विचार : कीट के 15 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में बोले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला
कोलकाता : कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (किट) के 15वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया. इस माैके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि पूरे विश्व में आज चीजें टेक्नोलॉजी के कारण बदल रही हैं. भारतीय सूचना प्राैद्योगिकी में काम कर रहे प्रोफेशनल बदलाव के बहुत बड़े कारक के रूप में देखे जा रहे हैं.
आज के दाैर में युवाओं को तकनीक के साथ शिक्षा देने व उनकी दक्षता बढ़ाने में संस्थान काफी सक्रिय है. न केवल उद्योग व कंपनी को बल्कि भारतीय युवाओं को भी आगे ले जाने में टेक्नोलॉजी का बड़ा योगदान है. उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे शिक्षा, प्रशिक्षण व दक्षता के बल पर देश को आगे ले जायें. डिग्री लेने के बाद समाज व देश के लिए भी कुछ काम करें. हमें पूरा विश्वास है कि हमारी युवा आबादी देश को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम होगी.
उन्होंने किट व किस संस्थान के माध्यम से 30,000 आदिवासी बच्चों को शिक्षति करने के लिए संस्थान के संस्थापक प्रो. अच्युत सामंत को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे राष्ट्र पुनर्निर्माण की दिशा में एक सराहनीय काम कर रहे हैं.
किट, भुवनेश्वर के दीक्षांत समारोह में स्नातक, पी जी व पीएचडी 2018 के 6578 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गयीं. इन विद्यार्थियों को ओड़िशा विधानसभा के अध्यक्ष डॉ नारायण पात्र ने डिग्री देकर सम्मानित किया. इस माैके पर किट व किस के संस्थापक प्रो. अच्युत सामंत ने कहा कि संस्थान, आदिवासी बच्चों की शिक्षा और कौशल का विस्तार कर उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे हर क्षेत्र में आगे रहें. यहां उनके समग्र विकास के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं. किट डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर वेद प्रकाश ने कहा कि किट को इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस के रूप में चुना गया है. लगभग पंद्रह वर्षों की अल्प अवधि के भीतर इस तरह की मान्यता एक विश्वसनीय उपलब्धि है. संस्थान को अब पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप के केंद्र के रूप में मान्यता दी गयी है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.