कोलकाता : सेप्टिक टैंक में उतरे पिता-पुत्र की जहरीली गैस से मौत हो गयी, जबकि दो अन्य श्रमिक की गंभीर रूप से बीमार हो गये. मृतको के नाम जसिमुद्दीन (17) और मुजफ्फर मंडल (50) बताये गये हैं. घायल अवस्था में मनि और मारुफ को बारासात जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया. यह घटना शनिवार सुबह आमडांगा थाना के कैखाली इलाके में हुई.
मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फर अपने घर पर कुछ दिन पहले एक नया सेंप्टिक टैंक बनवाया था. शनिवार दोपहर उसमें लगी लकड़ी को खोलने के लिए इलाके के मनि और मारुफ नामक दो श्रमिकों को लगाया गया था. जानकारी के अनुसार मुजफ्फर और उसका लड़का भी श्रमिक के साथ लकड़ी खोलने के लिए सेप्टिक टैंक में उतरे थे. अंदर जाते ही जहरीली गैस के कारण चारों बेहोश हो गये.
बाहर निकलने में काफी देर होने पर घर के सदस्यों ने अंदर झांक कर देखा तो सभी को बेहोश पाया. उसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी. खबर मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर चारों को बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया. बारासात अस्पताल के अधीक्षक सुब्रत मंडल ने बताया कि अस्पताल आने से पहले ही पिता-पुत्र की मौत हो चुकी थी. सेप्टिक टैंक कई दिनों से खाली पड़ा रहने के कारण उसमे विषाक्त गैस हो गया था.