कोलकाता : कश्मीर में विभिन्न पार्टियों के नेताओं को नजरबंद करने व केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में पश्चिम बंगाल के वामपंथियों ने जुलूस निकाला और विरोध जताया. वहीं धारा 370 व अनुच्छेद 35 ए के खत्म होने पर भाजपा ने खुशी जतायी और जश्न मनाया.
सोमवार को कोलकाता के काकुड़गाछी में भाजपा समर्थक जश्न मनाते और लोगों को मिठाई खिलाते नजर आये तो प्रदेश भाजपा मुख्यालय के सामने युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश दास व भाजपा उत्तर कोलकाता के महासचिव आशीष त्रिवेदी के नेतृत्व में भाजपा समर्थकों ने जुलूस निकाला. मध्यरात्रि से ही कश्मीर में माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी, नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीडीपी नेता मेहबूबा मुफ्ती, पिपुल्स कांफ्रेस के नेता सज्जाद लोन समेत अलगाववादी नेताओं व अन्य सभी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था.
शहर की कानून व्यवस्था पर किसी तरह का खतरा नहीं हो इसके लिए श्रीनगर में धारा 144 लागू कर दी गयी थी. घाटी में किसी भी तरह के सामाजिक व राजनीतिक कार्यों की मनाही कर दी गयी थी और इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया था. आतंकवादी हमले की आशंका के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा को भी स्थगित कर दिया गया था.
स्कूल कॉलेजों को भी बंद में शामिल रखा गया था. इसके खिलाफ माकपा की ओर से विरोध जताते हुए जुलूस निकाला गया और विरोध जताया गया. माकपा का कहना है कि कश्मीर समस्या का समाधान करने की जगह केंद्र सरकार ने उसको और जटिल कर दिया है, जिसके खिलाफ विरोध जताते हुए माकपा ने धर्मतला स्थित लेनिन मूर्ति से महाजाति सदन तक जुलूस निकाला और लोगों से केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लामबंद होने की अपील की.