चार सालों में मैनहोल से निकला 80 हजार मेट्रिक टन गाद
पांच लिफ्टिंग और दो नये ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन हो रहे तैयार
बेहला अंडर ग्राउंड टनेल का उद्घाटन जल्द
कोलकाता : हर साल निगम की ओर मानसून से पहले ‘जलजमाव मुक्त’ महानगर का दावा किया जाता है लेकिन पहली बारिश के बाद ही निगम का यह दावा पानी-पानी नजर आने लगता है. खैर, इस बार भी निगम का कहना है कि जलजमाव से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. निगम के निकासी विभाग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार, साल 2015-16 से लेकर 2018-19 तक महानगर के विभिन्न मैन होल की ड्रेजिंग कर लगभग एक लाख 74 हजार मेट्रिक टन गाद निकाला गया है. इसके अतिरिक्त महानगर के छोटे-बड़े कुल 16 खालों की भी सफाई भी की गयी है.
गंगा में ज्वार को बताया जलजमाव का कारण
हर मानसून में जब महानगर जलमग्न होता है तब निगम की ओर से एक ही राग अलापा जाता है कि गंगा उफान पर है और ज्वार के दौरान शहर में जमे पानी को गंगा में छोड़ पाना संभव नहीं हो पाता है. इस कारण पूरे महानगर को जलजमाव से जूझना पड़ता है. इससे निपटने के लिए नीमतल्ला कैनल रोड इलाके में नदी के किनारे लिफ्टिंग स्टेशन तैयार किया गया है. इसके अलावा लक्ष्मी नारायण कॉलोनी, रथतला बाजार, नाकतला आउटफाल एवं कालीबाड़ी ब्रिज के निकट लिफ्टिंग स्टेशन तैयार किये जा रहे हैं.
जल्द तैयार होगा दो नये पंपिंग स्टेशन
जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए कोलकाता नगर निगम दो नये ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन तैयार करने में जुटा हुआ है. 76 व 94 नंबर वार्ड में इन ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनोँ को तैयार किया जायेगा.
महानगर में खालों की संख्या
महानगर में छोटे-बड़े कुल 16 खाल हैं इनमे सात बड़े खाल हैं. निगम के ड्रेनेज विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इनमें टाउन हेड कट कैनल, टाउन हेड कट चैनल, सबर्बन हेड चैनल, चैनल ऑफ टीपी बेसिन, चोरियाल खाल, मोनी खाली खाल मुख्य हैं. निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, टाउन हेड कट कैनल की ड्रेजिंग वर्ष 2017-18 में कर दी गयी है. अब वर्ष 2024-25 में गाद निकाली जायेगी. टाउन हेड कट चैनल की ड्रेजिंग सितंबर 2016 में पूरी कर ली जायेगी. अब इसकी ड्रेजिंग वर्ष 2024-25 में होगी.
सबर्बन हेड चैनल की ड्रेजिंग भी पूरी हो गयी है. अब वर्ष 2021-22 में अगली ड्रेजिंग की जायेगी. इसी तरह मोनी खाली खाल की 2020-21 में अगली ड्रेजिंग की जायेगी. महानगर में निकासी के लिए कुल 73 पंपिंग स्टेशन हैं इनमें चार मुख्य पंपिंग स्टेशन हैं एवं 365 पंप. इनमें बालीगंज ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन, पामेर बाजार डीपीएस, धापा लॉक डपीएस, मानिकतला डीपीएस मुख्य पंपिंग स्टेशन हैं. इसके अलावा निकासी के लिए निगम के पास 443 पोर्टेबल पंप भी हैं.