कोलकाता : पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान फानी के प्रतिकूल असर की आशंका के चलते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सारी रात जागकर राज्यभर की परिस्थिति पर नजर रखी. यह जानकारी राज्य के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी है.
शनिवार सुबह उन्होंने बताया कि तीन मई को उनकी जनसभा मेदिनीपुर जिले में होनी थी, लेकिन चक्रवात की वजह से उन्होंने जनसभा रद्द कर दी थी. हालांकि वह मेदनीपुर जा पहुंची थीं और खड़गपुर में ही रहने का निर्णय लिया था. मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था कि वह खड़गपुर से ही पूरी परिस्थिति पर नजर रखेंगी.
इधर, जब मौसम विभाग ने साफ कर दिया था कि शुक्रवार रात 12:30 बजे के करीब फानी चक्रवात पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगा. तब मुख्यमंत्री रात भर जगी रहीं. चक्रवात के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से लेकर शनिवार सुबह तक उन्होंने पूरी परिस्थिति पर नजर रखी थी.
इधर कोलकाता में मेयर फिरहाद हकीम ने नगर निगम में सारी रात जाग कर बितायी थी. वे कोलकाता के प्रत्येक बोरों में घूम-घूम कर परिस्थिति पर निगरानी रख रहे थे. रात 12:00 बजे के बाद जब चक्रवात ने पश्चिम बंगाल में प्रवेश किया था, तब फिरहाद नगर निगम में आ गये थे और वहां बने कंट्रोल रूम से पूरे कोलकाता पर नजर रख रहे थे.
हालांकि रात 2:00 बजे के करीब मौसम विभाग ने स्पष्ट किया कि चक्रवात कोलकाता में प्रवेश नहीं करेगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दीघा से 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ते हुए चक्रवात कोलकाता से 40 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में हुगली जिले के आरामबाग से होते हुए बर्दवान की ओर बढ़ गया था और सुबह 3:30 बजे के करीब नदिया पहुंच गया था. वहां से मुर्शिदाबाद होते हुए चक्रवात बांग्लादेश में प्रवेश करने लगा है.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव से रात के समय फोन पर कम से कम चार बार बात की हैजबकि मेयर फिरहाद हकीम से भी तीन बार उन्होंने बात की थी. सुबह के समय जब साफ हो गया कि चक्रवात का पश्चिम बंगाल पर विशेष असर नहीं हुआ है, तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहत की सांस ली.