हावड़ा : जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी स्नाइपर के हमले में शहीद सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट विनय प्रसाद का पार्थिव शरीर गुरुवार को डबसन रोड स्थित उनके निवास स्थल पर लाया गया. दक्षिणेश्वर स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर से उनकी अंतिम यात्रा निकली, जो जीटी रोड होते हुए सुबह 11 बजे डबसन रोड स्थित श्यामा सदन अपार्टमेंट पहुंची. अंतिम दर्शन के लिए लोगों की इतनी भीड़ थी कि डबसन रोड पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया. भीड़ संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
घर के पास बीएसएफ की गाड़ी पहुंची. ताबूत में बंद शहीद के पार्थिव शरीर को बड़ी मुश्किल से घर ले जाया गया. तबीयत ठीक नहीं होने के कारण मां शकुंतला देवी नीचे नहीं उतर सकीं. ताबूत के अंदर बेटे को देखकर वह फूट-फूट कर रोने लगीं, जिससे उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गयी. थोड़ी देर बाद ताबूत को नीचे उतार कर गाड़ी पर रखा गया. वहां पहुंचे सभी लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए भरसक प्रयास कर रहे थे. बीएसएफ की गाड़ी पार्थिव शरीर को लेकर बांधाघाट श्मशान घाट के लिए निकली. खेल राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला आैर प्रदेश भाजपा नेता उमेश राय भी वाहन पर थे. भीड़ को देखते हुए श्मशान घाट पर लोगों को अंदर आने से रोक दिया गया. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल सीमांत के वरिष्ठ अधिकारियों ने ताबूत पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी. अंतिम संस्कार से पहले सीमा सुरक्षा बल की ओर से गन सैल्यूट दिया गया. भाई राकेश कुमार ने मुखाग्नि दी आैर पूरे शहर ने नम आंखों से शहीद विनय सिंह को अंतिम विदाई दी गयी.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कठुआ जिले के हीरानगर सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजर्स के स्नाइपर ने सैनिकों पर सुबह 10: 50 बजे हमला कर दिया, जिसमें एक गोली विनय प्रसाद के पेट में लगी. बाद में सैन्य अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया.
शहादत
पाक रेंजर्स की फायरिंग में शहीद विनय प्रसाद को श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़
गुरुवार को शहीद विनय का पार्थिव शरीर लाया गया हावड़ा
बांधाघाट श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
बीएसएफ ने दिया गन सैल्यूट