कोलकाता: नॉर्थ ब्रुक जूट मिल की घटना ने यहां के कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है. इस प्रकार की घटना का पुर्नावृति से रोकने के लिए राज्य सरकार ने प्रत्येक जूट मिल के गेट पर पुलिस के जवानों को तैनात करने का फैसला किया है. मंगलवार को राज्य के श्रम मंत्री पूर्णेदु बसु ने यहां के 52 जूट मिलों की आइएनटीटीयूसी यूनियन के नेताओं के साथ बैठक की.
बैठक के बाद श्रम मंत्री पुर्णेदु बसु ने कहा कि जूट मिल के प्रत्येक शिफ्ट में श्रमिकों के कारखाने में प्रवेश करते व काम से निकलते वक्त वहां पुलिस के जवानों को ड्यूटी दी जायेगी. इस संबंध में श्रम विभाग की ओर से सभी जिलों के जिला अधीक्षक को पत्र लिखा जायेगा, ताकि वह जल्द से जल्द इसे लागू करें. उन्होंने कहा कि नार्थ ब्रुक जूट मिल में हुई घटना को राज्य सरकार कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती है. इस प्रकार की घटना की पुर्नावृति होने से रोकने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठायेगी. उन्होंने कहा कि श्रमिकों की समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन उसका यह मतलब नहीं है कि इस प्रकार से कानून हाथ में ले लिया जाये. अब कंपनी ने तो कारखाना बंद करने का नोटिस दे दिया है, अब क्या श्रमिकों की मांगें पूरी हो जायेगी. अब उनके अफसोस करने पर भी कुछ नहीं मिलने वाला है.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए हर स्तर से प्रयास किया जायेगा. इस्7ो लेकर गुरुवार को जूट मिल बहुल जिलों के डीएम, सांसद व विधायकों के साथ बैठक की जायेगी और उनको प्रत्येक मिल की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा जायेगा. साथ ही वह मिल के श्रमिक संगठनों के साथ भी लगातार बैठक करेंगे और उनकी समस्याओं को बातचीत के जरिये दूर करने का प्रयास करेंगे.
वहीं, उन्होंने बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थित संगठन आइएनटीटीयूसी के नेताओं को श्रम मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि मिल के अंदर हिंसक घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, इसलिए वह वहां की कानून व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए हर संभव प्रयास करें.