कोलकाता : टी बोर्ड ने असम को छोड़कर पूर्वी, उत्तर-पूर्व और उत्तर भारत के कई चाय बागानों में 15 दिसंबर से चाय पत्तियों की तुड़ाई रोकने के लिए कहा है. बोर्ड ने कहा कि इस दिशा में बोर्ड का आदेश पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में स्थित सभी चाय बनानेवालीं इकाइयों पर लागू होगा.
आदेश में कहा गया है कि विनिर्माण बंद करने के संबंध में चाय बोर्ड को सूचित करने की आखिरी तारीख 17 दिसंबर है और सीटीसी, पारंपरिक किस्मों की छंटाई, पैकेजिंग काम को पूरा करने और ‘इनवॉइस’ अंकन के साथ अधिसूचित भंडारण क्षेत्रों में पैक को स्थानांतरित करने के लिए अंतिम तारीख 27 दिसंबर (सीटीसी के लिए) और पारंपरिक (ऑर्थोडॉक्स) किस्म के लिए अंतिम तारीख 31 दिसंबर है. बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य चाय की खराब गुणवत्ता को कम करना है.
निर्णय का स्वागत करते हुए, लक्ष्मी टी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रूद्र चटर्जी ने कहा कि फसल की गुणवत्ता आमतौर पर नवंबर से खराब होने लगती है और दिसंबर के मध्य तक खराब हो जाती है. खराब पत्तियों को तोड़ने और बेचने से रोकने के लिए, चाय बोर्ड ने इस संबंध में अपने अधिकारों का इस्तेमाल किया है.चाय बोर्ड ने कहा कि आदेश का कोई उल्लंघन होने पर चाय (विपणन) नियंत्रण आदेश, 2003 के तहत आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.