मालदा: 11वीं कक्षा में भरती में अतिरिक्त राशि लिये जाने से कालियाचक थाना अंतर्गत आकंदबेरिया हाई स्कूल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. स्कूल के कक्षाओं व प्रधान शिक्षक के कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी. छात्र प्रदर्शन रोकने आये कालियाचक थाना पुलिस को भी प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा. पुलिस के एक वाहन में भी तोड़फोड़ की गयी. एएसआइ हाराधन पाल समेत पांच पुलिस कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
स्थिति अनयंत्रित देख कर पुलिस को हवा में चार राउंड फायरिंग करनी पड़ी. आज दोपहर तीन बजे मालदा शहर से 35 किलोमीटर दूर कालियाचक थाना अंतर्गत गोलापगंज के आकंदबेरिया हाई स्कूल में छात्र विरोध की घटना घटी. जिससे स्कूल का युनिट टेस्ट बाधित हो गया. प्रधान शिक्षक समेत अन्य शिक्षकों को उनके कमरे में बंद कर छात्र व उनके अभिभावाकों ने विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया. स्कूल प्रबंधन का कहना है कि हमलावरों में बाहरी तत्व भी शामिल थे. स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि दूसरे स्कूलों में जहां 11वीं कक्षा में भरती के लिए 350 रुपये लिये जा रहे हैं, वहीं आकंदबेरिया हाई स्कूल में भरती बाबत 1400 रुपये वसूला जा रहा है. इस बारे में प्रधान शिक्षक से शिकायत किये जाने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ.
आज स्थानीय अभिभावक स्कूल प्रबंधन के पास ज्ञापन देने पहुंचे. अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने स्कूल में कोई तोड़फोड़ नहीं की है. किन लोगों ने हमला चलाया, उन्हें नहीं मालूम. स्कूल प्रबंधन द्वारा पुलिस को बुलाने के बाद ही आस-पास के लोग क्रोधित हो गये. आकंदबेरिया हाई स्कूल के प्रधान शिक्षक लक्ष्मण चौधरी ने कहा कि तोड़फोड़ में स्कूल के पठन-पाठन की सामग्री समेत कक्षाओं को नुकसान पहुंचा है.
कंप्यूटर तोड़ दिया गया है. प्रधान शिक्षकों का कहना है कि अतिरिक्त फीस लेने का आरोप सही नहीं है. स्कूल प्रबंधन पर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं. प्रधान शिक्षक ने स्थानीय माकपा व भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की हैं. माध्यमिक विद्यालय परिदर्शक (डीआइ) आशीष चौधरी ने कहा कि फीस बढ़ोत्तरी को लेकर अगर कोई शिकायत है तो अभिभावकों को पहले डीआइ ऑफिस में बताना चाहिए था. ऐसा नहीं कर स्कूल पर हमला करना मतलब कानून को हाथ में लेना है. पुलिस-प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ आवश्यक कदम उठाने की अपील की गयी है. स्कूलों कितनी क्षति हुई है, उसकी सूची तैयार कर कालियाचक थाना में शिकायत करने के लिए प्रधान शिक्षक को निर्देश दिया गया है.