कोलकाता : लोकसभा चुनाव में माकपा समेत अन्य वाम मोरचा के घटक दलों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. करारी हार की समीक्षा में माकपा समेत अन्य घटक दल जुट गये हैं. सोमवार को माकपा राज्य कमेटी की बैठक होगी. बैठक में माकपा के महासचिव प्रकाश करात और माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी व त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के भी शिरकत करने की संभावना है. पार्टी सूत्रों के अनुसार हार के कारणों की समीक्षा, राज्य में वाम मोरचा कार्यकर्ताओं पर जारी हमले बैठक के मुख्य एजेंडा माने जा रहे हैं.
यह पहली दफा होगी जब माकपा राज्य कमेटी की बैठक में मानिक सरकार शामिल होंगे. माकपा के आला नेताओं का कहना है कि राज्य कमेटी की बैठक में पार्टी की मौजूदा स्थिति और इसे मजबूत करने के मुद्दों पर भी चर्चा की जायेगी. पूरे देश में माकपा महज नौ सीटों पर जीत हासिल कर पाने में सफल रही. इनमें बंगाल में दो सीटें भी शामिल हैं जबकि केरल में माकपा को पांच सीटें और त्रिपुरा में दो सीटें मिली. बंगाल में 42 सीटों पर हुए चुनाव में माकपा को 22.7 प्रतिशत वोट मिले. बंगाल के रायगंज और मुर्शिदाबाद में माकपा को सफलता मिली. 2009 में वाममोरचा को राज्य में 15 सीटें मिली थी. राज्य में भाकपा, फारवर्ड ब्लॉक और आरएसपी खाता भी नहीं खोल पायी थी.
माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात का कहना है कि माकपा पोलित ब्यूरो की बैठक आगामी छह जून को होगी. इसके पहले 17 मई को माकपा पोलित ब्यूरो की हुई बैठक में लोकसभा चुनाव परिणाम के मुद्दे पर प्राथमिक रूप से चर्चा की गयी थी. माकपा केंद्रीय कमेटी की बैठक सात और आठ जून को होगी. साथ ही अन्य राज्य कमेटियों की भी बैठक इसी अंतराल में होगी. माकपा के आला नेता सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया है कि राज्य में रिंगिंग व हिंसा के बीच मतदान हुआ. आयोग के समक्ष कई शिकायतें की गयी, लेकिन ठोस कदम नहीं उठाये गये. अभी आलम यह है कि माकपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले किये जा रहे हैं और प्रशासन महज मूक दर्शक बनी हुई है.