कोलकाता: उत्तर बंगाल क्षेत्र में स्थित राज्य के छह जिलों के कार्यो को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए मिनी राज्य सचिवालय उत्तर कन्या की स्थापना की गयी है.
आगामी दो जून को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में यहां प्रशासनिक बैठक होगी. राज्य में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री का यह पहला उत्तर बंगाल का दौरा है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि इस बैठक में उत्तर बंगाल में स्थित सिर्फ तीन जिले कूचबिहार, दाजिर्लिंग व जलपाईगुड़ी के प्रशासनिक अधिकारियों को ही बैठक के लिए बुलाया गया है. उत्तर बंगाल में स्थित तीन जिले मालदा, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर के प्रशासनिक अधिकारी इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे.
गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल की कई सीटों को यहां की सत्तारूढ़ पार्टी ने छीन लिया है और वहां जीत का परचम लहराया है. इसमें कूचबिहार, अलीपुरदुआर व जलपाईगुड़ी लोकसभा की सीटें शामिल हैं, इसलिए यहां के लोगों को धन्यवाद देने के लिए मुख्यमंत्री यहां आ रही हैं. बैठक में मुख्यमंत्री कूचबिहार, दाजिर्लिंग व जलपाईगुड़ी के लिए कई नयी योजनाओं की घोषणा भी करेंगी. वहीं, उत्तर बंगाल के अन्य तीन जिले मालदा, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर में तृणमूल कांग्रेस को कोई खास फायदा नहीं हुआ है. मालदा जिले की दोनों सीटों पर कांग्रेस व उत्तर दिनाजपुर के रायगंज की सीट पर माकपा ने जीत हासिल की है, इसलिए इस तीन जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को बैठक में आमंत्रित नहीं किया है. यहां के लोगों के विकास के लिए मुख्यमंत्री के पास फिलहाल कोई विकास की योजना नहीं है. मिली जानकारी के अनुसार, दो जून को उत्तर कन्या में प्रशासनिक बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री जलपाईगुड़ी रवाना हो जायेंगी और वहां कई जनसभाओं को भी संबोधित करेंगी.
इस जनसभा के दौरान ही, मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल में एक और जिला अलीपुरदुआर की भी घोषणा कर सकती हैं, हालांकि इस संबंध में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.