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रवींद्र मुक्त विद्यालय में शुरू हुई हिंदी माध्यम से भी पढ़ाई

अजय विद्यार्थी @ कोलकाता ‘द वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ रवींद्र ओपेन स्कूलिंग’ (रवींद्र मुक्त विद्यालय) ने अनौपचारिक शिक्षा के माध्यम से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में शिक्षा प्रदान करनेवाली संस्था ने वर्तमान सत्र से ही हिंदी व संथाली माध्यम से माध्यमिक में अध्ययन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी […]

अजय विद्यार्थी @ कोलकाता

‘द वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ रवींद्र ओपेन स्कूलिंग’ (रवींद्र मुक्त विद्यालय) ने अनौपचारिक शिक्षा के माध्यम से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में शिक्षा प्रदान करनेवाली संस्था ने वर्तमान सत्र से ही हिंदी व संथाली माध्यम से माध्यमिक में अध्ययन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने प्रभात खबर को बताया कि रवींद्र मुक्त विद्यालय में माध्यमिक की पढ़ाई अब बांग्ला के साथ-साथ हिंदी व संथाली भाषा में भी होगी. हिंदी व संथाली भाषा की पाठ्य पुस्तकें तैयार हो गयी हैं और इनका औपचारिक रूप से उद्घाटन भी हो गया है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में मां, माटी, मानुष की सरकार हिंदी भाषा-भाषियों को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके पहले माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में भी हिंदी में प्रश्न पत्र की पहल शुरू की गयी है, ताकि हिंदी भाषी छात्रों को सुविधाएं मिल सकें. उल्लेखनीय है कि नौ जुलाई को प्रभात खबर ने सबसे पहले खबर प्रकाशित की थी कि रवींद्र मुक्त विद्यालय में भी अब हिंदी माध्यम में माध्यमिक की पढ़ाई होगी.

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‘द वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ रवींद्र ओपेन स्कूलिंग’के अध्यक्ष डॉ फाल्गुनी मुखर्जी ने बताया कि शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के निर्देश पर विद्यालय शिक्षा सचिव मनीष जैन, शिक्षा आयुक्त पवित्र मोहन सहित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हिंदी व संथाली माध्यम के पाठ्य पुस्तकों का विमोचन विकास भवन में किया गया है.

इसके साथ ही जुलाई माह से ही बांग्ला के साथ-साथ हिंदी व संथाली माध्यम में माध्यमिक की पढ़ाई की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ बांग्ला माध्यम से पढ़ाई हो रही थी. फ‍िलहाल पूरे राज्य में रवींद्र मुक्त विद्यालय के 306 स्टडी सेंटर हैं. एक लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं और यहां शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.

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इस पाठ्यक्रम में छात्राओं के लिए नि:शुल्क शिक्षण की व्यवस्था होती है, लेकिन छात्रों के लिए शुल्क लगता है. उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है. इसके साथ ही आसनसोल, रानीगंज, दुर्गापुर, बैरकपुर, चित्तरंजन, मालदा, जलपाईगुड़ी, बजबज, कोलकाता, कमरहट्टी सहित अन्य हिंदी भाषी बहुल इलाके के हिंदी स्कूल से स्टडी सेंटर खोलने के लगभग दो दर्जन आवेदन मिले हैं और शीघ्र ही इन्हें आवेदन की मंजूरी दे दी जायेगी. उन्होंने कहा कि अगले सत्र से उर्दू माध्यम में भी माध्यमिक की पढ़ाई शुरू करने की योजना बनायी गयी है तथा इस बाबत काम भी शुरू हो गया है.

उल्लेखनीय है कि रवींद्र मुक्त विद्यालय अनौपचारिक रूप से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की शिक्षा प्रदान करता है, ताकि शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा के अवसर मिल सके.

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