Advertisement
कोलकाता : लहरायेगा तृणमूल का परचम
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक निजी चैनल की ओर से आयोजित टॉक शो में दावा किया कि पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का फिर परचम लहरायेगा, क्योंकि जिस प्रकार से तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों का विकास किया है, उसका गुणगान सिर्फ हम ही नहीं, बल्कि पूरा देश व […]
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक निजी चैनल की ओर से आयोजित टॉक शो में दावा किया कि पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का फिर परचम लहरायेगा, क्योंकि जिस प्रकार से तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों का विकास किया है, उसका गुणगान सिर्फ हम ही नहीं, बल्कि पूरा देश व विश्व भी कर रहा है. हमारी सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किये गये कार्यों की केेंद्र सरकार व विश्व बैंक ने भी सराहना की है.
हमारी कन्याश्री योजना को संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी पुरस्कृत किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव में हमारी पार्टी जीतेगी, तभी लोगों को योजनाओं का लाभ मिलता रहेगा. राज्य सरकार ने कन्याश्री, सबूज श्री, खाद्य साथी, सबूज साथी, युवाश्री, शिक्षाश्री जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं. अगर दूसरी पार्टी चुनाव जीतती है, तो वह इन योजनाओं को आगे नहीं चलायेगी. इससे राज्य की जनता को काफी नुकसान होगा.
तृणमूल को हराने के लिए विरोधी हुए एक
वहीं, नामांकन प्रक्रिया के दाैरान हिंसा की घटनाओं को मुख्यमंत्री ने साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि मीडिया एक धड़ा राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए माकपा, कांग्रेस व भाजपा तीनों एक हो गये हैं. कहां माकपा को भाजपा के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए, लेकिन वह अपनी नैतिकता व आदर्श को भूल कर दुश्मन को ही दोस्त बना ली है.
हमारी लड़ाई देश में सांप्रदायिक तनाव फैलानेवाली पार्टी से है और अब माकपा भी ऐसी पार्टी का साथ दे रही है. पंचायत चुनाव के लिए विरोधी पार्टियों के कुल 90 हजार उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किया है, अगर निर्दलीय व अन्य को इसमें शामिल कर दिया जाये, तो यह संख्या एक लाख से भी अधिक है. अगर नामांकन भरने नहीं दिया जाता, तो इतने लोग नामांकन कैसे भर पाये. उन्होंने कहा कि माकपा को शर्म आनी चाहिए.
माकपा से भी अधिक सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है. कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में अमित शाह का विरोध कर रहे हैं और यहां एकजुट होकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. उनकी बंगाल में कितनी ताकत है, इसका अंदाजा उनके नामांकन की संख्या देख कर ही लगाया जा सकता है. उन लोगों को उम्मीदवार तक नहीं मिल रहे और वे कह रहे हैं कि नामांकन भरने नहीं दिया जा रहा.
किसी भी पार्टी के समर्थक की हत्या मंजूर नहीं
उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं, लेकिन अधिकांश जगहों पर सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों पर ही हमले हुए हैं. राज्य में जितने भी हिंसा की घटनाएं हुई हैं, इनमें तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों की ही मौत हुई है. सोमवार को वीरभूम के सिउड़ी में भाजपा ने बाहर राज्य से गुंडों को बुला कर हमारे समर्थक की हत्या कर दी.
इसी प्रकार, मोहम्मदबाजार में भी भाजपा की ओर से बाहर से लोगों को लाकर हिंसा फैलायी गयी. संदेशखाली में भी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता की गोली मार कर हत्या की गयी. दिनाजपुर में भी हमारे वरिष्ठ नेता के घर पर तोड़फोड़ हुई और विरोधी पार्टियां तृणमूल कांग्रेस पर झूठा आरोप लगा कर बदनाम कर रही हैं और कुछ मीडिया भी एक-दो घटनाओं को बार-बार दिखा कर लोगों को भ्रमित कर रही हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement