कोलकाता : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के तहत सोमवार को राज्य की 17 सीटों पर होनेवाले मतदान के पहले ही राज्य के कई इलाकों में हिंसक घटनाएं घटीं. प्रदेश कांग्रेस की ओर से रविवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता व विशेष पर्यवेक्षक सुधीर कुमार राकेश से शिकायत की गयी.
आरोप लगाया गया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं को आतंकित किया जा रहा है.
इस सिलसिले में पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और विशेष पर्यवेक्षक से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि अंतिम चरण के चुनाव से पहले पिछले तीन दिनों से कई स्थानों पर हिंसा की घटनाएं हुई हैं. आरोप के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं पर हमला किये और उनके पार्टी दफ्तरों में तोड़फोड़ की.
उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस कुछ सीटें छीनने के लिए आतुर हो गयी हैं और सारघा चिटफंड घोटाले की वजह से उसकी लोकप्रियता में जो कमी आयी है, उसकी भरपाई के लिए वह चुनाव में धांधली करने से नहीं चूकेगी. कांग्रेस की ओर से मांग की गयी है कि अंतिम चरण के मतदान के दौरान चौकसी बढ़ाने के साथ-साथ सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात किये जायें.