कोलकाता: राज्य में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के तहत 17 सीटों पर सोमवार को वोट डाले जायेंगे. हालांकि अंतिम चरण का चुनाव अन्य चरणों के मुकाबले काफी अलग होगा.
इस चरण के चुनाव में सारधा चिटफंड घोटाले का असर भी देखने को मिलेगा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की सीबीआइ जांच कराने का आदेश देने से राज्य की राजनीति में नया भूचाल आ गया है.
सोमवार को राज्य के सात जिले मुर्शिदाबाद, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, नदिया व कोलकाता की 17 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. यहां कुल मतदाताओं की संख्या करीब 2.56 करोड़ है. ये सभी क्षेत्र तृणमूल कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं, क्योंकि इन 17 लोकसभा सीटों में से 14 पर तृणमूल कांग्रेस का ही कब्जा है, जबकि कांग्रेस, एसयूसीआइ व भाकपा के पास एक-एक सीट है. इन 17 सीटों पर कुल 187 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें करोड़पति, फिल्म व सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े कलाकार व राज्य के हेवीवेट नेता भी शामिल हैं.
दमदम में दो पूर्व केंद्रीय मंत्री सौगत राय व तपन सिकदर के साथ-साथ राज्य के पूर्व वित्त मंत्री अमित दासगुप्ता भी चुनावी समर में हैं. नदिया जिले के कृष्णानगर में तृणमूल कांग्रेस सांसद तापस पाल व पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार सत्यव्रत मुखर्जी और माकपा के शांतनु झा के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. उधर, उत्तर 24 परगना जिले की बैरकपुर लोकसभा सीट पर माकपा की ट्रेड यूनियन नेता सुभाषिनी अली, तृणमूल कांग्रेस की ओर से पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी व भाजपा की ओर से पूर्व आइपीएस अधिकारी आरके हांडा के बीच चुनावी टक्कर होगी. दक्षिण 24 परगना जिले की यादवपुर सीट पर माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती और नेताजी के परिजन व तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी सुगत बोस और कांग्रेस के समीर आइच मैदान में हैं.
मैदान में कई नये उम्मीदवार भी
इसके अलावा कुल नये उम्मीदवार भी इस चरण में अपना आजमाने के लिए चुनावी मैदान में है. इनमें बांग्ला फिल्मों के अभिनेता से राजनेता बने युवा प्रत्याशी देव घाटाल से, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भतीजा अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनके अलावा मुर्शिदाबाद जिले के बहरमपुर सीट से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व केंद्रीय रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी के भाग्य का फैसला भी इसी चरण में होगा.
कोलकाता उत्तर सीट पर तृणमूल कांग्रेस से कांग्रेस में लौटे सोमेन मित्र, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुदीप बंद्योपाध्याय व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा के होने से यहां का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है.