कोलकाता: सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआई जांच कराने का उच्चतम न्यायालय का निर्देश स्वागत योग्य और ऐतिहासिक है. करीब 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले के भुक्तभोगी 18 लाख लोग हैं.
यह बात कांग्रेस के आला नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही सारधा कांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग करती आयी थी. कांग्रेस इस मामले में कोई राजनीतिक बदला लेने का प्रयास नहीं कर रही है और न ही इस मामले पर राजनीति करना चाहती है. यह आम लोगों से जुड़ा मुद्दा है. उनके हित का मुद्दा है. उन्हें इंसाफ दिलाने का मुद्दा है. कांग्रेस चिटफंड घोटाले की चपेट में आये 18 लाख मासूम लोगों के दुखों से चिंतित हैं, जिन्होंने इन फर्जी कंपनियों के कारण नुकसान उठाया है. इसमें सिर्फ पारदर्शी जांच की जरुरत है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार ऐसी जांच की मांग न करके मामले को छिपाने का प्रयास कर रही है.
अब दोषी की पहचान करने और उन्हें सजा दिलाने काम सीबीआइ का होगा और यह भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने का भी काम करेगा. भाजपा से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर चुटकी लेते हुए थरुर ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि वह चुनाव आयोग पर हमले कर रहे हैं और प्राथमिकी दर्ज कराने की भी धमकी दी है.
शीर्ष पद के लिए बढ़ती उत्तेजना 16 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद शांत हो जायेगी. थरूर ने कहा कि पार्टी ने उनकी आशाएं इतनी बढ़ा दी हैं, जहां तक वह पहुंच नहीं पायेंगे.