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सीएम की सुरक्षा में सेंध

उत्तर दिनाजपुर में सभा. अचानक मंच तक पहुंचीं दो बहनें कुछ देर के लिए मची अफरा-तफरी सुरक्षा कर्मियों के भी उड़े होश दोनों बहनों ने पिता की हत्या के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सीएम से लगायी गुहार हेमताबाद : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दो […]

उत्तर दिनाजपुर में सभा. अचानक मंच तक पहुंचीं दो बहनें

कुछ देर के लिए मची अफरा-तफरी
सुरक्षा कर्मियों के भी उड़े होश
दोनों बहनों ने पिता की हत्या के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सीएम से लगायी गुहार
हेमताबाद : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दो महिलाएं मुख्यमंत्री के सभामंच तक अचानक जा पहुंचीं. उनमें से एक ने मुख्यमंत्री का पैर छूने की कोशिश की. मुख्यमंत्री जल्दी से पीछे हट गयीं. उसके बाद सीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा अधिकारियों के होश उड़ गये. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री का उत्तर दिनाजपुर जिले के हेमताबाद में प्रशासकीय कार्यक्रम था. इसी दौरान दोनों महिलाएं सीएम की त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए सभामंच तक जा पहुंचीं जिसे देख सीएम भी हैरत में पड़ गयीं. एक तो मंच पर चढ़ गयी.
सीएम की सुरक्षा…
इस घटना के बाद सुरक्षा अधिकारियों में अफरातफरी देखी गयी. सभी के जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर ये दोनों महिलाएं सीधे सुरक्षा घेरे को तोड़कर कैसे सीएम तक जा पहुंचीं. दोनों बहन बतायी जा रही हैं. 2015 में उनके पिता की हत्या कर दी गयी थी. लेकिन उस मामले के कई आरोपी अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं. दानों ने बताया कि उनके पिता की पीट पीटकर हत्या कर दी गयी थी. अभी तक इस मामले में इंसाफ नहीं मिला है. उन्होंने न्याय और अपने लिये नौकरी की मांग की है. दोनों के अचानक मंच पर आ जाने से मुख्यमंत्री भी चकरा गयीं. उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को फटकारा भी.
इन दोनों बहनों का नाम अमिरा खातून और राबिया खातून है.जब दोनों बहने अचानक सीएम के मंच तक पहुंचने लगीं तो इनको सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ने की कोशिश भी की. इस चक्कर में अमिरा मंच पर ही गिर गयी. बाद में मुख्यमंत्री ने इन दोनों के साथ बातचीत की.
क्या कहती हैं जिला अधिकारी
इस मामले को लेकर जिला अधिकारी आयशा रानी ने बताया कि दोनों बहनें इससे पहले उनके पास भी आ चुकी हैं. उन्होंने कई मांगों को रखा था. सरकारी नियमानुसार उनकी कई मांगें मान ली गयी थीं. राबिया खातून को तो अस्पताल में नौकरी भी दी गयी है.दोनों कैसे सीएम तक पहुंच गयीं,यह आश्चर्य की बात है.
मुख्यमंत्री ने संभाला मोर्चा
दोनों बहनें जब अचानक मुख्यमंत्री के पास सुरक्षा घेरा को तोड़कर पहुंच गयीं तो चारों ओर खलबली मच गयी. जनसभा स्थल पर पहुंचे लोग भी आवाक रह गये. इससे पहले कि बात बिगड़ती मुख्यमंत्री ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया.मुख्यमंत्री ने माइक हाथ में लेकर स्थिति को सामान्य किया. उन्होंने हालांकि अपनी नाराजगी भी जतायी. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और दोनों बहनों से भी बात की. उसके बाद माइक हाथ में लेते हुए ममता बनर्जी ने कहा इनको नौकरियां दी गयी है. गीतांजलि योजना में इनको घर भी मिला. उसके बाद भी दोनों ने ऐसी हरकत क्यों की. नियम कानून को तोड़ना सही नहीं है. इतना पाने के बाद भी यदि किसी को और कुछ चाहिए तो इसके लिए नियम कानून का पालन करना होगा.
एक बहन की तबीयत खराब हुई
इस पूरी आपाधापी में इनमें से एक बहन की तबीयत बिगड़ गयी. उसे तुरंत एंबुलेंस में डालकर अस्पताल पहुंचाया गया. वहां प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी. बाद में अधिकारियों ने इनदोनों बहनों से पूछताछ भी की है.

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