मेयर परिषद सदस्य ने माना टंकी को नहीं फेंकना चाहिए था नदी में
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गैस टंकी को नदी में फेंकना गलत फैसला था: निगम
मेयर परिषद सदस्य ने माना टंकी को नहीं फेंकना चाहिए था नदी में हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य श्यामल चक्रवर्ती ने गैस टंकी को नदी में फेंकेने की गलती स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि नगर निगम से यह गलती हुई है. टंकी को नदी में नहीं फेंकना चाहिए था. वे […]
हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य श्यामल चक्रवर्ती ने गैस टंकी को नदी में फेंकेने की गलती स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि नगर निगम से यह गलती हुई है. टंकी को नदी में नहीं फेंकना चाहिए था. वे इतने दक्ष नहीं है कि गैस रिसाव रोक सकें आैर ऐसी हालात संभाल सकें. डिजास्टर मैनेजमेंट के लोगों को किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार किया जायेगा. ज्ञात हो कि जिस जगह गैस की टंकी फेंकी गयी थी, वहां के पौधे झुलस गये हैं. क्लोरीन गैस का दुष्प्रभाव इतना ज्यादा था कि जगन्नाथ घाट के मंदिर प्रांगण में लगाये गये बैंगन, पपीता, मिर्चा, पालक के पौधे और नीम के पेड़ लगभग झुलस गये हैं. इससे लोगों में आक्रोश है.
महिला की हालत गंभीर
गैस रिसाव से बीमार सन्नो पांडेय की हालत गंभीर हो गयी है. उसे कोलकाता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर रखा गया है. जल्द ही उसे आइसीयू में शिफ्ट किया जायेगा. डॉक्टरों की एक टीम उस पर नजर रख रही है. मंगलवार को बेलूड़ के लाला बाबू शायर रोड के बाशिंदों ने बेलूड़ थाना का घेराव किया. वे दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. बताया जाता है कि बेलूड़ थाना प्रभारी के कहने पर ही गैस टंकी को नदी में फेंका गया था. ज्ञात हो कि गैस कांड में बीमार हुए अधिकतर लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. अब भी 20 से 25 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
हालत में सुधार
पार्षद राजीव थमन ने कहा कि हालात में काफी सुधार हुआ है. अधिकतर मरीजों को अस्पताल से छोड़ दिया गया है. यदि किसी मरीज को घर पर कोई दिक्कत होती है, तो टीएल जायसवाल के डॉक्टर घर जाकर इलाज करेंगे.
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