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राज्यभर में दो दिनों की बस व मिनी बस हड़ताल

परिवहन संगठनों ने की किराये बढ़ाने की मांग सरकार से जवाब नहीं मिलने से नाराज पूरे राज्य में हैं करीब 42 हजार बस व मिनी कोलकाता : राज्य सरकार की ओर से बस किराये में बढ़ोतरी का कोई जवाब नहीं मिलने से नाराज परिवहन संगठनों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है. ज्वाइंट काउंसिल […]

परिवहन संगठनों ने की किराये बढ़ाने की मांग

सरकार से जवाब नहीं मिलने से नाराज
पूरे राज्य में हैं करीब 42 हजार बस व मिनी
कोलकाता : राज्य सरकार की ओर से बस किराये में बढ़ोतरी का कोई जवाब नहीं मिलने से नाराज परिवहन संगठनों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है. ज्वाइंट काउंसिल आॅफ बस सिंडिकेट के साथ मिनी बस आॅपरेर्ट्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी व इंटर-इंटा रिजनल बस एसोसिएशन भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं.
बस मालिकों का कहना है कि रोजाना गाड़ी चलाने का खर्च बढ़ रहा है. लेकिन उस तरह से बस का किराया नहीं बढ़ रहा है. किराया बढ़ाने के लिए वे कई बार राज्य सरकार व परिवहन मंत्रालय को कई ज्ञापन दे चुके हैं. राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार को फैसला लेने का संकेत दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई सूचना नहीं आयी, तो बाध्य होकर परिवहन संगठन से जुड़े लोगों ने एक व दो फरवरी को बस हड़ताल का एलान किया है. हड़ताल में शामिल संगठनों ने साफ कहा कि इसके बाद भी सरकार ने कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे.
इसके बाद से महंगाई बढ़ी, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े, लेकिन किराया नहीं बढ़ा. लिहाजा बसों को चलाने में आमदनी कम खर्च अधिक हो रहा है. अपनी समस्या को लेकर वे कई बार राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी के साथ बैठ कर चुके हैं. पिछले साल परिवहन मंत्री को किराया बढ़ाने के लिए पत्र भी दिया गया था. लिहाजा बाध्य होकर वे लोग हड़ताल पर जा रहे हैं.
2014 में बढ़ा था बस का किराया
उल्लेखनीय है कि बस किराये में वृद्धि की मांग पर बस मालिकों ने लेनिन सरणी में रास्ता रोका था. तकरीबन 25 मिनट तक रास्ता रोकने के बाद न्यू मार्केट थाना के प्रभारी के हस्तक्षेप से अवरोध हटा दिया गया. इसके बाद बस मालिकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया, तो वे आंदोलन करेंगे. यह जानकारी ज्वाइंट काउंसिल आॅफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बंद्योपाध्याय ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से किराये में बढ़ाने का फैसला अंतिम बार वर्ष 2014 में लिया गया था.

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