कोलकाता: गलत संगत में पड़ कर गुनाह के दलदल में फंसकर जेलों में सजा काट रहे कैदियों को शिक्षित कर उन्हें समाज में वापस लाने का एक अनोखा प्रयास महानगर के कुछ कैदी कर रहे हैं.
16 कैदियों ने शुरू किया उत्तर बंगाल दौरा
फ्लाइट टू हारमोनी संस्था की मदद से राज्य के दो जेलों के 16 कैदियों ने यह बीड़ा उठाया है. इनमें अलीपुर सेंट्रल जेल से 11 व महिला जेल से पांच महिला कैदी शामिल हैं. इनमें से ज्यादातर कैदी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. इनमें प्रमुख है रशिद खान, जिसे बऊबाजार बम धमाके के बाद अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनायी थी.
सरकार ने किया पहल का स्वागत
अभियान के तहत ये कैदी उत्तर बंगाल में जाकर वहां के कैदियों को पेंटिंग सिखा कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में वापस लाने का प्रयास करेंगे. राज्य के जेल सुधार विभाग के मंत्री मोहम्मद हैदर अजीज सफवी व राज्य के आइजी (कारागार) रणवीर कुमार ने झंडा दिखाकर कैदियों की बस को उत्तर बंगाल के लिए रवाना किया.
मौके पर मंत्री ने कहा : मुङो खुशी है कि कैदियों को समाज में वापस लाने के लिए किसी संस्था ने इस हद तक सोचा है. ऐसे प्रयास जारी रहने चाहिए. सजा काट रहे इन कैदियों ने यह सोचा भी नहीं होगा कि वे दूसरे कैदियों को कुछ सिखाने का जरिया बनेंगे. उन्हें उम्मीद है कि कुछ दिनों में राज्य के विभिन्न जेलों में यह सिलसिला प्रारंभ होगा.