इस योजना के पीछे मकसद यही है कि पश्चिम बंगाल जैसे गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी को प्रमोट किया जाये. इसके लिए वही आवेदक योग्य माना जायेगा जो गैर-हिंदी भाषी राज्य से जुड़ा हो व बंगाल में रह रहा हो. जिस छात्र ने 2017 में माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, स्नातक व पीजी या उसके समतुल्य कोई परीक्षा पास की हो. इसी साल हिंदी के कॉम्बीनेशन के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त फुल टाइम कोर्स में दाखिला लिया हो. उस छात्र ने पिछली परीक्षा 60 प्रतिशत अंकों के साथ पास की हो व उसके कोर्स में हिंदी विषय भी कहीं शामिल हो.
यह जानकारी विभाग के सूत्रों ने दी है. एक अधिकारी ने बताया कि बीएड व बीटेक कोर्स करनेवाले वे आवेदक भी इस योजना में आवेदन कर सकते हैं जो अध्यापन के दाैरान हिंदी की प्रणाली व कंटेंट का उपयोग करते हैं. हिंदी में पीएचडी अथवा एम लिट करने वाले आवेदक भी इसके लिए योग्य माने जायेंगे. इसके लिए आवेदक 30 दिसंबर तक अपना आवेदन दे सकते हैं.