नयी दिल्ली/ मालदा: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जाली नोटों की तस्करी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग जाली नोट मालदा से लेते थे. उल्लेखनीय है कि मालदा में बांग्लादेश से नकली नोट पहुंचते हैं. सीमापार से प्लास्टिक के पैकेट में नोट लपेटकर इस पार फेंक दिये जाते हैं, जिन्हें तस्कर गिरोह से जुड़े लोग उठा लेते हैं.
आम तौर पर मालदा से आनेवाले नोट आसपास के राज्यों में जाते हैं, लेकिन उनके दिल्ली तक पहुंचने से पुलिस व खुफिया तंत्र के कान खड़े हो गये हैं. पकड़े गये तस्करों के पास से 5.50 लाख मूल्य के नकली नोट मिले हैं. सभी नोट 2000-2000 के हैं. गिरफ्तार जुल्फिकार पिछले छह महीने के दौरान दिल्ली-एनसीआर में छह करोड़ रुपये के नकली नोटों की आपूर्ति कर चुका है.
दिल्ली की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुमार कुशवाहा के मुताबिक, गिरफ्तार किये गये तस्करों के नाम जुल्फिकार आलम, दीपक कुमार मंडल व उत्तम मंडल हैं. जुल्फिकार मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले का है, बाकी दोनों आरोपी मालदा के ही हैं. डीसीपी ने बताया कि गत 17 दिसंबर को स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि जाली नोटों की तस्करी करनेवाले गिरोह का मास्टरमाइंड जुल्फिकार नकली नोट लेने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक, रेलवे बिल्डिंग क्वार्टर थॉमस रोड के पास आने वाला है. इसके बाद एसीपी अतर सिंह, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार व दिनेश कुमार के नेतृत्व में सेल की टीम मौके पर पहुंची. एक शख्स ने जैसे ही उसे तीन लाख के नकली नोट सौंपे, पुलिस ने दोनों को दबोच लिया. उत्तम मंडल के पास से भी एक लाख नकली नोट बरामद हुए.
पूछताछ में जुल्फिकार ने बताया कि वह पांच साल से नकली नोटों का धंधा कर रहा है. वह बड़े तस्करों से नकली नोट लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य शहरों में छोटे तस्करों को देता था. उत्तम ने बताया कि वह दीपक कुमार मंडल के लिए काम करता है. दीपक के कहने पर वह जुल्फिकार को नकली नोट देने आया था. दीपक के रामलीला मैदान के पास ठहरे होने की सूचना मिलने पर सेल की टीम ने उसे भी दबोच लिया. उसके पास से डेढ़ लाख के नकली नोट बरामद हुए. दीपक ने बताया कि वह बांग्लादेश से नकली नोट मंगाता है. इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाता है. बांग्लादेश के मुशर्रफ नामक शख्स से वह नकली नोट लेता था.
नोटबंदी के बाद जाली नोटों की आपूर्ति कम हुई थी
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के बाद नकली नोटों की आपूर्ति में कमी आयी थी. लेकिन एक बार फिर से बांग्लादेश से 2000 के जाली नोटों की सप्लाई ने गति पकड़ ली है. बीएसएफ आये दिन कई खेपों को पकड़ रही है, पर इस पर लगाम नहीं लग रही है. इसके अलावा नकली नोटों की गुणवत्ता में भी पहले से काफी सुधार हुआ है.