बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि इस बार काफी कम आवेदन आने का मुख्य कारण यही है कि केंद्र सरकार के उस नियम का लागू होना, जिसमें केवल प्रशिक्षित आवेदक ही टीचर भर्ती टेस्ट में बैठ सकते हैं जो शिक्षक अप्रशिक्षित हैं, उनका आवेदन रद्द माना जायेगा. यह जानकारी पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के सूत्रों ने दी है.
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीइटी वर्ष 2013 और 2015 में लिया गया था. 2013 के टेस्ट में 17.5 लाख व 2015 के टेस्ट में 20 लाख आवेदक बैठे थे. इस साल ऑनलाइन फार्म जमा होने के बाद भी टेस्ट देने वाले आवेदकों की संख्या काफी कम है. यह पहली बार है जब केंद्र सरकार की ओर से यह कहा गया है कि केवल दो साल का डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलइडी) कर चुके आवेदक, जिनके उच्च माध्यमिक में कम से कम 50 प्रतिशत अंक हैं, वे ही इस टेस्ट में आवेदन करने के योग्य हैं.