कोलकाता: महानगर के रानीकुठी स्थित जीडी बिरला सेंटर फॉर एडुकेशन में चार वर्षीया छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में शनिवार को भी अभिभावकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. सुबह करीब छह बजे से स्कूल के मुख्य द्वार के समक्ष अभिभावक एकत्रित हुए. इधर, विरोध में एक अन्य स्कूल के पैरेंट्स फोरम के सदस्य भी शामिल हुए. पीड़िता के पिता भी वहां आये.
उन्होंने कहा : सारी रात बच्ची दर्द से छटपटाती रही है. घटना की वजह से केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी उस पर प्रभाव पड़ा है. घटना के लिए उन्होंने स्कूल प्रबंधन को भी कठघरे में लिया है. उन्होंने मामले के सभी दोषियों को मृत्युदंड देने की मांग की है. कथित तौर पर उन्होंने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो वे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर करेंगे.
सूत्रों के अनुसार प्रदर्शन के दौरान खुद को अभिभावक बताकर एक व्यक्ति स्कूल में घुसने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने उससे परिचय पत्र मांगा, लेकिन वह दिखाने में असमर्थ रहा. बाद में पुलिस उसे अपने साथ ले गयी. सूत्रों के अनुसार स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों द्वारा पैरेंट्स फोरम गठन की मांग को स्वीकार कर लिया है. जल्द स्कूल में सीसीटीवी कैमरे की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का आश्वासन दिया गया है. यौन उत्पीड़न की घटना के विरोध में आंदोलनरत अभिभावकों ने स्कूल के निकट रैली निकाली. अभिभावकों ने पीड़िता को न्याय दिलाने, विद्यार्थियों की सुरक्षा में इजाफा करने और प्राचार्य के साथ बैठक की मांग की.
आंदोलनरत अभिभावकों में से एक कृष्णेंदु मुखर्जी ने कहा कि वे स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों का तत्काल इस्तीफा चाहते हैं. यदि मांगें पूरी नहीं होती है, तो वे सोमवार से अपना आंदोलन तेज करेंगे. गौरतलब है कि घटना को लेकर शुक्रवार की रात आक्रोशित अभिभावकों ने स्कूल के प्रिंसिपल और अन्य शिक्षकों को उनके कार्यालयों के भीतर कई घंटों तक बंद रखा था. पुलिस की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया था. इधर, जीडी बिरला सेंटर फॉर एडुकेशन ने गत शुक्रवार को ही एक बयान में कहा था कि स्कूल प्रशासन पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहा है.