कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंडहार्बर से तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने अब भाजपा नेता मुकुल राय के खिलाफ कानूनी जंग शुरू कर दी है. मंगलवार को अभिषेक बनर्जी ने मुकुल राय के खिलाफ आपराधिक अवमानना का मामला दर्ज करवाया. वह खुद बैंकशॉल कोर्ट पहुंचे और मुकुल राय के खिलाफ मामला किया. गौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी के केस दर्ज कराने से एक दिन पहले ही अलीपुरद्वार कोर्ट ने अपने एक आदेश के उल्लंघन को लेकर मुकुल राय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उन्होंने आज (मंगलवार) अवमानना का केस दर्ज कर दिया है. यह मामला अब न्यायालय के विचाराधीन है. अब बस न्यायालय के फैसले का इंतजार है. उन्हें देश के कानून व कोर्ट पर पूरा भरोसा है. न्यायपालिका में पूरा विश्वास है. अभिषेक बनर्जी ने स्वयं पर लगे आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित हो जायेंगे तो वह राजनीति छोड़ देंगे, अगर ऐसा नहीं होता है तो मुकुल राय को बंगाल छोड़ना पड़ेगा.
सांसद अभिषेक बनर्जी के वकील ने बताया कि भाजपा नेता मुकुल राय के खिलाफ आइपीसी की धारा 202 के तहत केस दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मुकुल राय ने भी सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ नयी दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक अवमानना का केस दर्ज कराया था. राय ने आरोप लगाया कि उन्हें जो कानूनी नोटिस भेजा गया वह अवमानना करने वाला है.
इससे पहले, अलीपुरद्वार जिला कोर्ट ने मुकुल राय पर अभिषेक बनर्जी के खिलाफ किसी भी तरह का सार्वजनिक बयान देने पर रोक लगायी थी. कोर्ट ने अभिषेक बनर्जी की याचिका पर यह कदम उठाया था. हालांकि कोर्ट के आदेश के बावजूद राय ने बीते हफ्ते कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभिषेक बनर्जी के खिलाफ आरोप लगाये थे.
मुकुल ने आरोप लगाया था कि अभिषेक ने ‘विश्व बांग्ला’ लोगो के स्वामित्व के लिए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी की मंजूरी मिलने पर आवेदन किया था. वहीं, सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा मामला किये जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुकुल राय ने कहा उन्होंने विश्व बांग्ला के बारे में जो भी बातें कही हैं, वे सारे सच है. उन्होंने जो भी कहा है, उसके एवज में मेरे पास पर्याप्त सबूत व दस्तावेज है. बिना सबूतों के उन्होंने कोई भी दावा नहीं किया है. राज्य के लोगों के हित में जो बातें होंगी, उसे कहने में मैं कतई पीछे नहीं हटूंगा, इसके लिए भारत के चाहे जिस अदालत में मामला हो, वह उसका जवाब देने को तैयार हैं.