कोलकाता : कॉलेज व यूनिवर्सिटी में लगातार छात्रों की उपस्थिति कम होने के कारण शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है. पर्याप्त उपस्थिति नहीं होने के कारण छात्रों को फाइनल परीक्षा में रोक लगा दी जाती है, जिससे छात्र आंदोलन पर उतर आते हैं. अधिकारियों का घेराव करने की नाैबत आ जाती है. इससे बचने के लिए कलकत्ता यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक नयी व्यवस्था शुरू करने की योजना बनायी है. अब बीकॉम के छात्रों को उनकी उपस्थिति व परीक्षा में परफॉरमेंस के आधार पर अंक दिये जाने की व्यवस्था शुरू की गयी है.
कॉलेजों द्वारा संचालित की जानेवाली परीक्षा में उनकी मेहनत के हिसाब से अंक दिये जायेंगे. इसमें छात्रों को प्रत्येक विषय में 5 अंक उपस्थिति के लिए व 5 अंक इंटरनल परीक्षा के प्रत्येक पेपर के लिए दिये जायेंगे. यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि छात्रों को उनकी उपस्थिति व उनके इंटरनल टेस्ट के मूल्यांकन के आधार पर अंक दिये जायेंगे. छात्र कक्षाओं में नियमित आयें एवं स्थायी रूप से टिके रहें, उनमें यह भावना विकसित करने के लिए यह नयी व्यवस्था की गयी है.