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कोलकाता : निर्णायक आंदोलन की है जरूरत
बीपीएमओ के बैनर तले महानगर में निकाली गयी महारैली कोलकाता : केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ वाममोरचा के प्रदेश चेयरमैन विमान बसु ने वृहद आंदोलन की अपील की. गत 22 अक्तूबर से राज्यभर में 117 वामपंथी संगठनों के मंच बंगाल प्लेटफार्म ऑफ मास आर्गेनाइजेशंस (बीपीएमओ) की ओर से रैली की शुरुआत की […]
बीपीएमओ के बैनर तले महानगर में निकाली गयी महारैली
कोलकाता : केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ वाममोरचा के प्रदेश चेयरमैन विमान बसु ने वृहद आंदोलन की अपील की. गत 22 अक्तूबर से राज्यभर में 117 वामपंथी संगठनों के मंच बंगाल प्लेटफार्म ऑफ मास आर्गेनाइजेशंस (बीपीएमओ) की ओर से रैली की शुरुआत की गयी थी, जिसका समापन शुक्रवार को महानगर में महारैली के साथ हुआ.
रैली शुक्रवार को अपराह्न करीब डेढ़ बजे रानी रासमणि एवेन्यू से महाजाति सदन के निकट निकाली गयी. हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले से आयी रैली भी महारैली में सम्मिलित हुई.
वरिष्ठ वामपंथी नेता विमान बसु ने कहा कि वामपंथी दलों और संगठनों की ओर से राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार व केंद्र में भाजपा सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों का विरोध जारी है. यही वजह है कि बूथ स्तर पर जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रचार अभियान चलाया गया. पूरे राज्य में 40 हजार गांवों, 126 शहरों और 77 हजार बूथों से होकर रैली के गुजरने का लक्ष्य रखा गया.
रैली को व्यापक जन समर्थन मिलने का उन्होंने दावा किया. उन्होंने वस्तुत: पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले पंचायत चुनाव के लिए बिगुल फूंका. बसु ने कहा कि राज्य में लोकतंत्र पर होने वाले हमले के खिलाफ केवल आवाज उठाना नहीं बल्कि इसका पुरजोर विरोध करने की जरूरत है. इसे रोकने की जरूरत है.
राज्य में तृणमूल कांग्रेस और केंद्र में भाजपा की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एक निर्णायक संघर्ष शुरू करना होगा. तमाम लोगों को एकजुट करके दोनों के खिलाफ संघर्ष करना होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग राज्य के विभिन्न हिस्सों में बीपीएमओ रैलियों के समर्थन में आये हैं उससे राज्य सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी प्रतिबिंबित होती है. उन्होंने मुम्बई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विभिन्न उद्योगपतियों से मुलाकात करने का माखौल उड़ाया और कहा कि केवल उद्योगपतियों से मुलाकात करने से निवेश नहीं आयेगा.
अभी तक राज्य में कितना निवेश हुआ है? इसकी जानकारी राज्य सरकार दे. बीपीएमओ के संयोजक व सीटू के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती ने राज्य में डेंगू के प्रकोप को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन की भूमिका की कड़ी आलोचना की है.
उन्होंने डेंगू की रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम उठाने के बजाय डेंगू से संबंधित सही तथ्यों को छिपाये जाने का आरोप लगाया है. रैली में मच्छरदानी व मच्छरों का पुतला लेकर भी प्रदर्शन किया गया. बढ़ती महंगाई का विरोध भी रैली में दिखा. कई वामपंथी कार्यकर्ताओं ने कंधे पर रसोई गैस सिलेंडर लेकर भी बढ़ने वाली कीमत का विरोध जताया.
महारैली मेें राज्य माकपा के सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा, पूर्व मंत्री डाॅ असीम दासगुप्ता, अनादि साहू समेत अन्य वामंपथी दलों व संगठनों के नेता व कार्यकर्ता शामिल हुये.
राज्यव्यापी रैली में 17 सूत्री मांगें की गयीं. इनमें सभी को रोजगार की व्यवस्था, समान कार्य समान वेतन, न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये करने, खेतिहर मजदूरों समेत असंगठित क्षेत्रों से जुड़े श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा दिये जाने, चिटफंड कांड के तमाम पीड़ितों को उनके रुपये वापस दिया जाना प्रमुख रहा.
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