उन्होंने कहा कि इस परियोजना की लागत 80 लाख से एक करोड़ रुपये के बीच होगी. हम इसके लिए एक उपयुक्त स्थान की तलाश कर रहे हैं. आइआइटी खड़गपुर इसके लिए हमें तकनीकी सहायता उपलब्ध करायेगा.
श्री गनचौधरी ने कहा कि इस स्टेशन की क्षमता 250 किलोवाट घंटे होगी, जो एक दिन में 500 कारों तक चार्ज करने में सक्षम होगा. अभी खड़गपुर में इ-रिक्शा के लिए एक प्रायोगिक छोटा इ-चार्जिंग स्टेशन तैयार किया गया है. जो यह दिखाता है कि इस प्रक्रिया का वाणिज्यिक तौर पर दोहन किया जा सकता है.