सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू पीड़ितों की तादाद बढ़ रही है. शुरुआत में डेंगू के प्रभाव व मौत की खबर को अस्वीकार करने पर भी अनजाने बुखार का तथ्य सामने लाया गया. बाद में मुख्य सचिव ने सरकारी तौर पर डेंगू के प्रकोप को स्वीकारा. राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की कोई भूमिका इस संबंध में नजर नहीं आ रही है.
भाजपा समर्थकों की ओर से डेंगू और अज्ञात बुखार से मरने वालों की संख्या बताना, मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देना, अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति में सुधार करना, प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाने की मांग समेत दस सूत्री ज्ञापन एसडीओ को सौंपा़.