सिलीगुड़ी. महानंदा में छठ पूजा के मद्देनजर आ रही कानूनी अड़चन को लेकर लाल मोहन निरंजन मौलिक घाट पर आंदोलन के दौरान छठव्रती मनोज तिवारी, अनिता देवी महतो, पवन देवी का कहना है कि हम छठ मइया की पूजा-अर्चना नदी में ही परंपरागत तरीके से करेंगे. चाहें इसके लिए जेल भी क्यों न जाना पड़े. हम अपने धार्मिक आस्था के लिए हर कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
शासन-प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए शंकर प्रसाद ने कहा कि देखते हैं प्रशासन भी छठ पूजा के दौरान एनजीटी के निर्देशों का उल्लंघन करनेवाले कितने छठव्रतियों को जेल में ठूंस सकता है.
रवि कुमार सहनी ने शासन-प्रशासन से सवाल किया है कि एनजीटी का निर्देश आठ महीने पहले मार्च में आया था. महानंदा में छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन की नींद अन्य पूजा गणेश पूजा, विश्वकर्मा पूजा, दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा व अन्य देवी-देवताओं के पूजा आदि बीत जाने के बाद छठ पूजा से ठीक पहले ही क्यों टूटी. श्री सहनी ने छठ पूजा को लेकर हिंदीभाषी समाज के कुछ कथित वरिष्ठ समाजसेवियों की भूमिका पर भी सवाल खड़ा किया है.