नागराकाटा: जंगल से बाहर निकले और अपने दल से बिछड़े भूखे हाथी शावक को इलाकावासियों ने खाना खिलाया. खइलाडोबा (खयेरकाटा) नदी के उस पार जाकर लोगों ने बिल्कुल नजदीक से हाथी शावक की तस्वीरें खींची. कई लोग सेल्फ भी ले रहे थे. रविवार की सुबह से लेकर दोपहर बाद तक जलपाईगुड़ी के नागराकाटा के खयेरकाटा […]
नागराकाटा: जंगल से बाहर निकले और अपने दल से बिछड़े भूखे हाथी शावक को इलाकावासियों ने खाना खिलाया. खइलाडोबा (खयेरकाटा) नदी के उस पार जाकर लोगों ने बिल्कुल नजदीक से हाथी शावक की तस्वीरें खींची. कई लोग सेल्फ भी ले रहे थे. रविवार की सुबह से लेकर दोपहर बाद तक जलपाईगुड़ी के नागराकाटा के खयेरकाटा जंगल के किनारे यह सब चलता रहा.
जलपाईगुड़ी शहर से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर नागराकाटा की खयेरकाटा वनबस्ती स्थित है. इसी बस्ती से लगा है खयेरकाटा जंगल, जो डायना फॉरेस्ट से सटा है. बीच-बीच में डायना जंगल से हाथी रिहायशी इलाकों में घुस आते हैं. स्थानीय निवासी मिराज अंसारी ने बताया कि सुबह-सुबह हाथी की चीत्कार सुनकर हमलोग खइलाडोबा नदी पहुंचे तो उस पार एक हाथी शावक दिखा दिया.
शनिवार देर रात खेरकाटा जंगल से हाथियों का एक झुंड निकला और बड़े पैमाने पर धान की फसल नष्ट कर जंगल लौट गया. शायद इसी दल में से हाथी शाक बिछड़ गया और झोड़ा के पास चला आया. हाथी शावक के शरीर पर दो जगह से खून बहता भी दिखाई दिया. चोटिल होने की वजह से वह धीरे-धीरे चल फिर रहा है.
ग्रामीणों ने खाना भी खिलाया
एक अन्य स्थानीय निवासी विष्णु छेत्री ने बताया कि हाथी शावक बहुत ज्यादा भूखा लग रहा था. इसे देखते हुए ग्रामीणों ने उसे केले के पेड़, धान का पुआल और अन्य चीजें खाने को दीं. यह खबर फैलने के साथ ही नदी के किनारे हाथी शावक को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी.
इतना सब होने के बावजूद दोपहर बारह बजे तक वनकर्मी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे थे. कई दुस्साहसी नौजवान तो नदी पार करके हाथी शावक के बिल्कुल नजदीक जाकर उसकी तस्वीरें खींच रहे थे. उन्हें लग रहा था कि अस्वस्थ हाथी उनका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा.
खयेरकाटा फॉरेस्ट बीट अफसर देवर्षि राय ने बताया कि उनकी स्क्वॉड टीम दोपहर करीब बारह बजे घटनास्थल पर गयी. उन्होंने कहा कि हाथी शावक चोटिल लग रहा है. उसे बेहोश करनेवाली बंदूक से गोली मारकर बेहोश करके उसका इलाज किया जायेगा. इसके बाद ही चोट के बारे में पूरी जानकारी मिल पायेगी. उन्होंने कहा कि लोग शावक को परेशान नहीं कर पायें, इसके लिए निगरानी रखी जा रही है.