हल्दिया : निम्नदबाव के क्षेत्र के कारण लगातार हो रही बारिश की वजह से समुद्र उफान पर है. समुद्र के बाड़ को लांघ कर पानी आसपास के इलाकों में घुस रहा है. यह नजारा देखने को मिला है पूर्व मेदिनीपुर के रामनगर के शंकरपुर के कई गांवों में. ज्लार का पानी जामड़ा, श्यामपुर, जलधा, चांदपुर सहित कई इलाकों में घुस आया है. समुद्र का पानी खतरे के निशान से ऊपर आ गया है. स्थानीय लोगों में आतंक व्याप्त हो गया है. निम्नदबाव का क्षेत्र न हटने तक उनकी आशंका दूर नहीं हो रही.
प्रशासन की ओर से स्थिति पर नजर रखी जा रही है. आपातकालीन स्तर पर बालू का बोरा फेंका जा रहा है. इसके अलावा सिंचाई विभाग द्वारा बाड़ मरम्मत का काम भी शुरु हुआ है. हालात से निपटने के लिए सभी किस्म के उपाय अपनाये जा रहे हैं. राहत सामग्री को तैयार रखा गया है. हालांकि अभी तक लोगों को अन्यत्र हटाने की नौबत नहीं आई है. कांथी तट में 67 किलोमीटर समुद्र का बाड़ 2009 के आईला के ब ाद से पूरी तरह ध्वस्त है.
13 किलोमीटर बाड़ की मरम्मत होने पर भी बाकी का काम पैसे की कमी के कारण नहीं हो सका. शंकरपुर के तटीय इलाके में बाड़ का अस्तित्व लगभग नहीं के बराबर है. स्थिति का मुकाबला करने के लिए कॉन्क्रीट प्रोटेक्शन का बाड़ सिंचाई विभाग ने लगाया था. लेकिन समुद्र की तेज लहरोें के सामने वह टिक न सका. उफनते समुद्र की लहरे गत गुरुवार को बाड़ फांद कर लोगों के बीच पहुंच गयी. प्रोटेक्शन बाड़ के कई स्थानों में दरार आ गई. आतंकित लोग घरों से बाहर आ गये थे. शुक्रवार सुबह से ही आतंक की स्थिति देखने को मिल रही है. सूचना पाकर रामनगर के विधायक अखिल गिरी, रामनगर 1 पंचायत समिति के अध्यक्ष निताई चरण सार, स्थानीय तालगाछाड़ी पंचायत के उप प्रधान विश्वजीत जाना सहित ब्लॉक प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. आपातकालीन स्तर पर काम करने का निर्देश सिंचाई विभाग को दिया गया है. श्री गिरी ने बताया कि प्रोटेक्शन बाड़ के कारण बड़ा खतरा टला. हालांकि बारिश की आगे भी संभावना है. बाड़ मरम्मत का काम शुरू हो गया है. स्थिति पर नजर रखी जा रही है.