श्री सेन ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2013 में इस पुरस्कार की शुरुआत की थी. उनकी देखरेख व अगुवाई में विश्व बांग्ला शारद सम्मान पांचवें वर्ष में शामिल हो चुका है. पूजा आयोजकों को उनकी मेहनत, लगन, जज्बे व श्रद्धा के लिए सम्मानित करनेवाली पश्चिम बंगाल सरकार देश की पहली सरकार है, जिसने यह पहल की है.
सभी विजयी पूजा आयोजकों को 12 अक्तूबर को मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित किया जायेगा. विश्व बांग्ला शारद सम्मान विजेता पूजा आयाेजकों की प्रतिमाएं तीन अक्तूबर को होनेवाली रेड रोड कार्निवल का भी हिस्सा बनेंगी. श्री सेन ने कहा कि विश्व बांग्ला शारद सम्मान में बड़ी संख्या में पूजा आयोजकों ने विभिन्न वर्ग में एक-दूसरे से लोहा लिया था.
श्रेष्ठ प्रतिमा, श्रेष्ठ मंडप, श्रेष्ठ भावना, श्रेष्ठ लाइटिंग, श्रेष्ठ पर्यावरण, श्रेष्ठ अविष्कार, श्रेष्ठ मूर्तिकार, श्रेष्ठ ढाक, श्रेष्ठ ब्रांडिंग, श्रेष्ठ साबेकी पूजा व सर्वश्रेष्ठ वर्ग में हुईं प्रतियोगिताओं के आधार पर जिन पूजा कमेटियों को विश्व बांग्ला शारद सम्मान के लिए चुना गया है, उनमें सुरूचि संघ, मिलन संघ, चेतला अग्रणी, बड़िशा क्लब, 41 पल्ली, नाकतला उदयन संघ, त्रिधारा, अवसर, अलीपुर सर्वजनीन, कस्बा बोसपुकुर शीतला मंदिर, मूदियाली, भवानीपुर 75 पल्ली, हिंदुस्तान पार्क सर्वजनीन दुर्गोत्सव कमेटी, अहिरीटोला सर्वजनीन, कुमारटोली सर्वजनीन, श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब, सॉल्टलेक एफडी ब्लॉक, बेहला नतूनदल, खिदिरपुर 25 पल्ली, बालीगंज क्लचरल, एकडलिया एवरग्रीन आदि शामिल हैं.