21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

उद्योग और ट्रेड यूनियन एक दूसरे पर निर्भर : श्रम मंत्री

सीआइआइ के तत्वावधान में इंडस्ट्री-ट्रेड यूनियन डायलॉग फोरम 2017 आयोजित कोलकाता. उद्योग और ट्रेड यूनियन एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं, जोकि यह बताता है कि आखिर क्यों उन्हें एक-दूसरे को समझने और विश्वास करने की जरूरत है. सीआईआई के तत्वावधान में आयोजित इंडस्ट्री-ट्रेड यूनियन डायलॉग फोरम 2017 के उद्घाटन समारोह में उपस्थित श्रम मंत्री मलय […]

सीआइआइ के तत्वावधान में इंडस्ट्री-ट्रेड यूनियन डायलॉग फोरम 2017 आयोजित
कोलकाता. उद्योग और ट्रेड यूनियन एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं, जोकि यह बताता है कि आखिर क्यों उन्हें एक-दूसरे को समझने और विश्वास करने की जरूरत है.
सीआईआई के तत्वावधान में आयोजित इंडस्ट्री-ट्रेड यूनियन डायलॉग फोरम 2017 के उद्घाटन समारोह में उपस्थित श्रम मंत्री मलय घटक ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा : पश्चिम बंगाल सरकार राज्य के विकास में साथ देने वाले उद्यमशील उद्यमियों के स्वागत के लिए तैयार है. मैं आपको हर मुमकिन सहयोग देने का आश्वासन देता हूं. हम लगातार राज्य में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं. इसके अलावा ग्रीन फिल्ड निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई ठोस कदम उठाये गये हैं. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और ट्रेड यूनियन के बीच यदि संबंध अच्छे न हो तो उद्योग और निवेशकों को आकर्षित करने के प्रयास कभी फलित नहीं होंगे.
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल ने आधुनिक और अधिक संतुलित अर्थव्यवस्था की नींव रखी है. जो मुझे यकीन है कई नयी नौकरियां, नये व्यापार और नये निवेशकों के लिए धन उपलब्ध करायेगा.
सीआईआई पूर्वी क्षेत्र के चेयरमैन उमेश चौधरी ने कहा कि इस राज्य के बारे में व्यापार अनुकूल धारणा को और बढ़ावा मिलेगा, यदि इस संदेश को दुनियाभर में व्यापक रूप से प्रसारित किया जाये.
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में बंद और हड़ताल की संख्या में कमी आयी है. कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में मजबूत विकास के साथ राज्य में ठोस अर्थव्यवस्था विकसित करने की प्रबल क्षमता है. हमारा मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल को पूरे भारत और विश्व में बढ़ावा देना है.
वहीं केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, मुख्य श्रम आयुक्त (केन्द्रीय) क्षेत्रीय श्रम आयुक्त (केन्द्रीय) के डॉ ओमकार शर्मा ने श्रम कानून पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मौजूदा हालात में यह जरूरी है कि कानून एेसा हो जो नियोक्ता और श्रमिक दोनों के मुद्दों को हल करने में सक्षम हो. राज्य सरकार श्रम कानूनों और भाषा की सरलताओं को तर्कसंगत बनाने के बारे में गंभीर है. श्रम विभाग (पश्चिम बंगाल) के सचिव अभिनव चंद्रा ने कहा कि बहुत जल्द राज्य सरकार एक ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रही है, जिससे कारखाना के लिए लाइसेंस मात्र सात दिनों के अंदर बन जायेंगे.
इसके अलावा लोगों को संबोधित करते हुए सीआईआई पूर्वी क्षेत्र के एचआर और आईआर उपसमिति और उपाध्यक्ष – मानव संसाधन प्रबंधन, टाटा स्टील लिमिटेड सुरेश दत्त त्रिपाठी का कहना है कि उद्योग प्रतिर्स्पधा और विकास में श्रमिकों की भागदारी को समझता है. इसके अलावा श्रमिकों का कल्याण और उनके रोजगार की सुरक्षा उद्योग के प्रमुख मुद्दों में से एक है.
मौके पर उपस्थित राज्यसभा सांसद और भारतीय तृणमूल ट्रेड युनियन, कांग्रेस (आईएनटीटीयूसी) की अध्यक्ष डोला सेन का मानना है कि श्रमिकों और प्रबंधकों के पास अपने विचार हो सकते हैं, जिलमें मतभेद भी हो सकता है. परंतु यह मतभेद दुश्मनी में नहीं बदलनी चाहिये. हमे बैठक कर बात करनी चाहिये, जिससे की उद्योग का विकास हो सके. सीआईटीयू पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी के सचिव अनादि साहू ने कहा कि जब प्रबंधन का रैवया श्रमिकों के समर्थन में हो तो कई समस्याओं का समाधान सिर्फ बातों से ही हो जाता है.
श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम कानूनों का उचित कार्यान्वयन होना महत्वपूर्ण है. आईएमटीयूली पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष रमेन पांडे ने कहा कि हमें कर्मचारियों के कल्याण पर अधिक जोर देने की आवश्यकता है ताकि वे अधिक उत्पादक बना सकें. इससे कर्मचारियों को भी विश्वास होगा कि वे समग्र प्रणाली का हिस्सा हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें