रविवार शाम को घर के आंगन में खेलते वक्त बच्ची को एक सांप ने डंस लिया. आनन-फानन में घरवाले उसको गांव के एक ओझा के पास ले गये. बच्ची का पूरा शरीर धीरे-धीरे नीला पड़ने लगा. ओझा जब कुछ कर नहीं कर पाया तो बच्ची को फालाकाटा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया. बच्ची की जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चिकित्सक के बात पर परिवारवालों को भरोसा नहीं हुआ. वे फिर बच्ची के शव को लेकर ओझा के पास गये. ओझा के निर्देशानुसार रातभर शव पर तंत्र-मंत्र का काम चलता रहा. ओझा ने बताया था कि सोमवार 12 बजे तक बच्ची स्वस्थ हो जायेगी.
घटनास्थल पर शव को लेकर तमाशा देखने के लिए हजारों ग्रामीण उमड़ पड़े. तब तक बच्ची का शव सड़ना शुरू हो गया था. परिस्थिति बेकाबू देख ओझा वहां से नौ-दो ग्यारह हो गया. बाद में परिवारवाले शव के अंतिम संस्कार को राजी हो गये. शव को धूपगुड़ी के गादंग स्थित बच्ची के घर ले जाया गया. इस घटना से इलाके में खलबली मची हुई है. फरार ओझा की तलाश जारी है. इतना सब कुछ हो जाने के बाद गांव के मुखिया चुप्पी साधे हुए हैं. बच्ची के मामा सुबल बर्मन ने बताया कि हम गांववाले अभी भी मंत्र-तंत्र में विश्वास रखते हैं. ओझा हमारे साथ इतना बड़ा छल करेगा, यह नहीं सोचा था. उन्होंने बताया कि ओझा ने बच्ची को बचाने के नाम पर कुल 15 हजार रूपये ठग लिये. आरोपी ओझा फालाकाटा के मयराडांगा का रहनेवाला है. फालाकाटा थाना के आइसी विनोद गजमेर ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मृत बच्ची के परिवार की ओर से शिकायत के आधार पर पुलिस उचित कदम उठायेगी.