कोलकाता: राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में भरती मरीजों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है. उन्हें जो भोजन दिया जाता है वह खाने योग्य नहीं होते. इस संबंध में कई बार अस्पताल प्रबंधन को जानकारी देने के बाद सरकार ने नये रूप से किचन का टेंडर जारी करने की घोषणा की है, लेकिन इसे पुन: पुराने व दागी ठेकेदारों को दिया जा रहा है. सरकार के इस कदम की हम निंदा करते हैं.
ये बातें मंगलवार को सारा बांगला अस्पताल ठेका कर्मी रोगी कल्याण ओइको केंद्र के विश्वनाथ चक्रवर्ती ने कहीं. वह महानगर के प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. संगठन के सचेतक श्री चक्रवर्ती ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में कार्य करने वाले ठेका श्रमिकों को नियमित वेतन दिये जाने को लेकर भी सरकार को कई बार अवगत करवाया गया है. इसके बावजूद अब तक हमें इससे दूर रखा गया है. उन्होंने बताया कि संगठन की ओर से रोगियों के कल्याण मूलक कार्य किये जा रहे हैं. इनमें सफाई अभियान व रक्तदान शिविर प्रमुख हैं.
30 को सफाई अभियान
30 मई को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में संगठन की ओर से सफाई अभियान चलाया जायेगा. यह अभियान हर साल संगठन की ओर से राज्य के विभिन्न अस्पतालों में चलाया जाता है.
13 जून को रक्तदान शिविर
गरमी में रक्त की भारी समस्या रहती है. इस समस्या को दूर करने के लिए संगठन की ओर से हर साल कोशिश की जाती है, ताकि जरूरत मंद मरीजों को कुछ मदद की जाये.
इस उद्देश्य से संगठन की ओर से 13 जून को महानगर के एसएसकेएम अस्पताल में रक्तदान शिविर लगाया जायेगा. यह सुबह 11 बजे आयोजित होगा.