35 दिनों की यह यात्रा 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी, जिसमें 1500 किलोमीटर का सफर तय किया जायेगा. देश के पूर्वी हिस्से में यात्रा की शुरुआत गुवाहाटी से होगी और यह यात्रा सितंबर में कोलकाता पहुंचेगी और इसमें पूरे पश्चिम बंगाल को कवर किया जायेगा. यात्रा का समापन 15 अक्तूबर को दिल्ली में होगा.
यह आंदोलन बच्चों को भारत के लिए फिर से सुरक्षित बनाने के मकसद से इतिहास का सबसे बडा आंदोलन है. इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता कि बच्चों की मुस्कराहट और आजादी छिनती रहे या उनका शोषण हो. यह साधारण अपराध नहीं है. यह एक नैतिक महामारी है जो हमारे देश को सता रही है.