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2019 में होगा सत्ता परिवर्तन : ममता

राइजिंग बंगाल 2017 . कार्यक्रम में बोलीं ममता : विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज दावा किया कि 2019 में केंद्र में सत्ता परिवर्तन होगा, क्योंकि विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं. ‘राइजिंग बंगाल 2017’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अब […]

राइजिंग बंगाल 2017 . कार्यक्रम में बोलीं ममता : विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज दावा किया कि 2019 में केंद्र में सत्ता परिवर्तन होगा, क्योंकि विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं. ‘राइजिंग बंगाल 2017’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अब तक कोई मोर्चा नहीं गठित किया गया है, लेकिन विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, 2019 में केंद्र में बदलाव होगा. हम इसका इंतजार कर रहे हैं. अब तक कोई मोर्चा नहीं बना है, लेकिन विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गयी हैं और काम करना शुरू कर दिया है. छह महीने इंतजार कीजिये, चीजें स्पष्ट हो जायेंगी. उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी नेता इतनी जल्दी नहीं बोलेंगे, अन्यथा (केंद्रीय) एजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया जायेगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद और कांग्रेस वाले महागठबंधन को छोड़ने पर सुश्री बनर्जी ने कहा कि आप एक नीतीश कुमार के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन मैं सैकड़ों शरद यादव, सैकडों लालू प्रसाद और सैकड़ों अखिलेश यादव के बारे में सोच रही हूं. गोरखपुर में सरकारी अस्पताल में हाल में बच्चों की मौत पर उन्होंने कहा, जो कुछ भी हुआ है वो सही नहीं है. वे (भाजपा) भाषण दे सकते हैं, लेकिन अच्छा काम नहीं कर सकते हैं.
निजी चैनल द्वारा आयोजित राइजिंग बंगाल-2017 समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन का मतलब होता है धर्म, जाति, समुदाय से परे सभी को साथ लेकर चलना, कम बोलना और अधिक करना. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समाज के विभिन्न वर्ग से आये लोगों के प्रश्नों का जवाब भी दिया और साथ ही केंद्र सरकार द्वारा की जारी उपेक्षा के बारे में भी जानकारियां दी.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि राइजिंग मतलब होता है उठ कर खड़ा होना, बैलेंस बनाकर रखना. सरकार का अर्थ होता है सभी के लिए लिहाजा हमें सबका विकास साथ लेकर चलना होता है फिर चाहे मामला आम जनता से जुड़ा हो या फिर औद्योगिक घराने से, बात किसान की हो या फिर अधिकारियों की सबका विकास सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है.
वहीं मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को फेसबुक लाइव कार्यक्रम में कहा कि हम समाज के प्रत्येक वर्ग का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. फेसबुक लाइव में ममता बनर्जी ने पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका कर्ज वर्तमान सरकार को केंद्र को चुकाना पड़ रहा है, दिक्कतें भी पेश आ रही हैं. बावजूद इसके हम सर्वांगीण विकास की गाथा लिख रहे हैं.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि तमाम विकट परिस्थितियों के बावजूद राज्य का विकास दर केंद्र सरकार के मुकाबले अधिक है. औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. छोटे कारोबार में बंगाल अव्वल है. कृषि के क्षेत्र में राज्य का योगदान देश में नया कीर्तिमान है.
ममता ने कहा कि औद्योगिक घराने को सीएसआर रखना होगा. हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम 34 सालों तक हारते रहे और जब सरकार में आए तो केंद्र सरकार का कर्ज चुका रहे हैं. बावजूद इसके कन्याश्री, सबूज साथी, खाद्य साथी जैसी सरकारी परियोजनाओं से राज्य की 97 फीसद जनता लाभान्वित हो रही है. राज्य में सभी को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई गई है. यहां किडनी से लेकर हार्ट तक का सफल व सुचारु इलाज बिना पैसा दिया होता है. भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य लाभ सभी तक पहुंचाया जा रहा है.
पूजा के बाद लंदन जायेंगी मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुर्गापूजा के बाद एक बार फिर लंदन दौरे पर जायेंगी. ब्रिटिश सरकार ने लंदन स्थित सिस्टर निवेदिता के आवास को हेरिटेज भवन की श्रेणी में शामिल करने का फैसला किया है और इसके लिए ब्रिटिश सरकार की ओर से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें हिस्सा लेने के लिए ब्रिटिश सरकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया है. उनके आमंत्रण पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लंदन दौरे पर जायेंगी. गौरतलब है कि इससे पहले भी वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लंदन का दौरा किया था और वहां के उद्योग मंडल के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की थी.
‘राइजिंग बंगाल’ 2017 में ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल पर 34 वर्षों तक शासन करनेवाली वाममोर्चा पर जम कर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि बंगाल ने लेफ्ट के कारण 34 साल गंवा दिये. तीन दशकों की वाममोर्चा कार्यकाल के दौरान बंगाल काफी पीछे हो गया था, जिसे वर्तमान सरकार फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने राज्य में सोशल सेक्टर को लेकर अपनी प्रतिबद्धता भी जतायी. उन्होंने लोकसभा चुनावों में भी भाजपा से दो-दो हाथ करने के भी संकेत दे दिये. उन्होंने ‘राइजिंग बंगाल’ में खुल कर बंगाल से जुड़े तमाम मुद्दों पर बात की. अपनी बात कही. लोगों की बात सुनी. सवालों के जवाब दिए.
आम आदमी के लिए काम करना होगा : बंगाल की मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के कामकाज की चर्चा करने के साथ प्राथमिकताओं की बात भी कही. उन्होंने कहा कि अगर आपको आगे बढ़ना है तो आम आदमी के लिए काम करना होगा. बेटियों, गरीबों और विकास के लिए काम करना होगा.
कृषि सेक्टर का विकास हुआ है :
उन्होंने कहा कि जितनी जिम्मेदारी हमारी इंडस्ट्रीज के प्रति है, उतनी ही सोशल सेक्टर और कृषि के लिए भी. खुशी की बात है कि कृषि सेक्टर का तेजी से विकास हो रहा है. हमने दो स्तर पर खाद्य सब्सिडी लागू की. बंगाल में रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ रहे हैं. हम ब्लाक स्तर के अधिकारियों से मिले. हमने कृषि, मत्स्य पालन और सभी चीजों के लिए अलग प्रोग्राम शुरू किये. हमने बेहतर तरीके से अपना काम किया है.
मुख्य चुनौती क्या थी : जब ममता से सवाल-जवाब सत्र के दौरान पूछा गया, पिछले छह सालों में आपके लिए मुख्य चुनौती क्या थी, तो उन्होंने कहा-पिछले 34 सालों में कुछ हुआ नहीं. हमारे ऊपर भारी कर्ज था. सरकार चलाना मुश्किल हो रहा था. लोगों की मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य को जारी रखना था. 70 लाख लोगों को साइकिलें दी गईं. इसी तरह दूसरे कल्याण के कामों पर लोगों को धन दिये गये. उन्होंने यह भी कहा कि वर्ल्ड बैंक की मदद से कई प्रोजेक्ट समय पर पूरे कर लिए गए हैं. कई क्षेत्रों में औद्योगिकीकरण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.
दूसरे प्रदेशों से आगे हैं हम : ममता ने कहा बंगाल में हर प्रसूता को घर से लाने के लिए सरकार ने कार मुहैया करायी है. अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ी है. उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र , तमिलनाडु से आगे हैं, उन्होंने कुछ नहीं किया. हमारे सामने फंड की समस्या जरूर है लेकिन हम कोशिश में लगे हैं. ज्यादा से ज्यादा स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में अस्पताल में मारे गये बच्चों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आॅक्सीजन कमी के कारण उनकी मृत्यु नहीं हुई, इसके पीछे कोई और राज है. उसकी जांच होनी चाहिए.
उद्योगपतियों को बंगाल आने की दावत : बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोलकाता को वर्ल्ड की ह्यूमन कैपिटल बताते हुए कहा कि कुछ दिक्कतें जरूर थीं लेकिन अब तस्वीर बदल रही है. हम कोलकाता को बेंगलुरु से बेहतर बना कर दिखाएंगे. उन्होंने उद्योगों से बंगाल आकर निवेश करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों का बंगाल में स्वागत है. हमारे पास जमीनें हैं. सरकार उद्योग लगाने के लिए हरसंभव मदद देने को तैयार है.
लोकसभा चुनाव की तैयारी के संकेत : उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनावों के बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है. लेकिन अभी उसके लिए हमारे पास पर्याप्त समय है. अभी डेढ़ साल पड़े हुए हैं. लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि केंद्र में एनडीए सरकार को हराने के लिए विरोधी पार्टियों का एकजुट होना जरूरी है.
शरद यादव को दी बधाई
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नयी दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक का आयोजन करने के लिए जद (यू) नेता शरद यादव को बधाई दी है. शुक्रवार को किये एक ट्वीट में सुश्री बनर्जी ने लिखा है ‘दिल्ली में शरद यादव एमपी जी आपने जो आयोजन किया, उसके लिए शुभकामनाएं. इसका हिस्सा बनने से प्रसन्न हैं. हम साझा तौर पर उक्त कारण से लड़ेंगे. उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार के भाजपा से हाथ मिलाने से नाराज जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने गुरुवार को विपक्षी दलों को इकठ्ठा कर अपना सियासी दम दिखाने की कोशिश की थी. साझी विरासत बचाओ सम्मेलन में विपक्ष की 17 पार्टियों के नेता एकत्रित हुए थे. बैठक में जदयू नेता शरद यादव व अली अनवर के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व राहुल गांधी भी पहुंचे.
इनके अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे. इस मौके पर शरद यादव ने कहा कि बहुत बंटवारे हुए, ऐसा बंटवारा नहीं देखा. उन्होंने कहा कि लोगों को लग रहा था कि मैं खिसक न जाऊं, मंत्री से संत्री न बन जाऊं. उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि जब हिंदुस्तान और विश्व की जनता एक साथ खड़ी हो जाती है तो कोई हिटलर भी नहीं जीत सकता.

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