नयी दिल्ली / कोलकाता/सिलीगुड़ी. लगातार बारिश की वजह से पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में हाहाकार मचा है. लाखों लोग बेघर हुए हैं. कटिहार-एनजेपी रेल खंड के तेलता ब्रिज संख्या 133 महानंदा के बाढ़ से बह गया. नीचे की सतह पूरी तरह से कट कर बह गयी. इससे ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बाधित हो गया है. इसके कारण पूर्व मध्य से पूर्वोतर के एनजेपी व असम जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं.
रेल प्रशासन ने कटिहार मंडल से होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट कर राजधानी सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को कटिहार रेलवे स्टेशन से चलाया. पूर्व मध्य रेलवे का पूर्वोत्तर राज्यों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है. इस बीच पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने 16 अगस्त तक कोई भी ट्रेन असम व पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में नहीं भेजने का आग्रह किया है.
इस बीच, पश्चिम बंगाल में बाढ़ से अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर बंगाल के तीन जिले अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर व जलपाईगुड़ी ज्यादा प्रभावित हुए हैं. बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन की 12 टीमें लगायी गयी हैं. एनडीआरएफ की भी तीन टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं. कंट्रोल रूम के जरिये बाढ़ की स्थिति पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है. रेलवे ट्रैकों पर पानी भरने के बाद 11 ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं.
कई का गंतव्य स्थान बदला गया है. साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी भरने से सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है. बिहार के सीमांचल जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में बाढ़ की हालत गंभीर है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र असम और बिहार को पूर्ण मदद का वादा किया है.
पीएम मोदी ने सीएम नीतीश से बात की : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से राज्य में बाढ़ के हालात पर चर्चा की. उन्हें स्थिति से निपटने के लिए केंद्र की तरफ से तमाम सहयोग का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि हालात पर नजदीकी नजर रखी जा रही है. मोदी ने कहा कि मेरी चिंताएं बिहार के कुछ हिस्सों में आयी बाढ़ से प्रभावित लोगों के साथ हैं. पीएमओ ने ट्वीट किया कि केंद्र बाढ़ से निपटने में बिहार को पूरी मदद का आश्वासन देता है. एनडीआरएफ की टीमें भेजी गयी है.