कोलकाता. आइसीएसइ काउंसिल द्वारा कक्षा 5वीं व 8वीं के लिए जारी की गयी परीक्षा की घोषणा को लेकर कई स्कूलों ने काउंसिल से इस पर दुबारा विचार करने के लिए कहा है. इसको देखते हुए फिलहाल काउंसिल की ओर से इस योजना को कुछ दिनों के लिए रोका गया है. काउंसिल की इस घोषणा से […]
कोलकाता. आइसीएसइ काउंसिल द्वारा कक्षा 5वीं व 8वीं के लिए जारी की गयी परीक्षा की घोषणा को लेकर कई स्कूलों ने काउंसिल से इस पर दुबारा विचार करने के लिए कहा है. इसको देखते हुए फिलहाल काउंसिल की ओर से इस योजना को कुछ दिनों के लिए रोका गया है.
काउंसिल की इस घोषणा से कई अभिभावकों ने भी अपील की थी कि पांचवीं में बच्चों के मूल्यांकन के लिए परीक्षा शुरू करना, ठीक नहीं है. बच्चों की योग्यता का आंकलन प्रोजेक्ट वर्क के जरिये भी किया जा सकता है. हालांकि इसकी घोषणा काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशंस द्वारा जून में ही की गयी थी. इसमें कहा गया था कि 5वीं व 8वीं के बच्चों का मूल्यांकन करने के लिए दो परीक्षाएं अलग से ली जायेंगी. इस परीक्षा के प्रश्न काउंसिल द्वारा तैयार किये जायेंगे.
इसकी उत्तर-पुस्तिकाएं बाहरी एक्जामिनरों द्वारा चेक की जायेंगी, जिससे निष्पक्ष रूप से पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा सके. फिलहाल इन परीक्षाओं को रोका गया है. इस मामले में काउंसिल के सचिव व मुख्य कार्यकारी जी. एराथून ने बताया कि कक्षा में बच्चों ने क्या किया, कितनी पढ़ाई की व टीचरों ने उनको कितना पढ़ाया, इसका समय-समय पर मूल्यांकन होने से बच्चों की योग्यता का पता चलेगा.
साथ ही पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने की भी एक सीमा तय की जा सकेगी. काउंसिल की ओर से मूल्यांकन शुरू करने के लिए तैयारी कर दी गयी है लेकिन यह परीक्षा कब होगी, यह अभी ठीक नहीं किया गया है. मूल्यांकन के बाद टेस्ट की प्रक्रिया शुरू करने से पहले इसकी जानकारी सभी स्कूलों को दे दी जायेगी. प्रस्तावित मूल्यांकन प्रक्रिया लागू होने से पहले इसकी एक रूपरेखा तैयार की जायेगी. अभी भी यह नहीं कहा जा सकता है कि इसको कब लागू किया जायेगा. इस प्रस्ताव पर अभी अंतिम मोहर बाकी है. काउंसिल द्वारा इसकी घोषणा करने के बाद शिक्षा जगत में इसकी काफी चर्चा हो रही है. कई एंग्लो-इंडियन स्कूलों के प्रिंसिपलों ने काउंसिल को यह प्रस्ताव दिया है कि इस फैसले पर फिर से विचार किया जाये.
उनका मानना है कि इस तरह का सेन्ट्रलाइज्ड मूल्यांकन इतना जल्दी करने से छात्रों का तनाव बढ़ जायेगा. एसोसिएसन ऑफ हैड्स ऑफ एंग्लो-इंडियन स्कूल व कई अन्य निजी स्कूलों ने काउंसिल से सबकी राय लेने के लिए कहा है, ताकि सुनियोजित तरीके से इन दो परीक्षाओं का संचालन किया जा सके. इसी को लेकर अन्य काउंसिल प्रतिनिधियों के साथ काउंसिल के चैयरमेन जी. ईमानुल ने एख बैठक आयोजित की. इसमें लगभग 400 आइसीएसइ स्कूलों के प्रमुख व शिक्षकों ने भाग लिया.