इसी दौरान पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए पूर्व मेजर धन बहादुर गुरूंग ने कहा कि हम लोग जीवन का आधा से अधिक समय देश की सुरक्षा में अर्पित करने के बाद अपने गांव-घर लौटे हैं. बंगाल सरकार की कार्यनीतियों को देखकर हम लोगों को अपने जातीय पहचान के लिए गोरखालैंड का गठन जरूरी लगता है.
उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार हमारी भाषा से लेकर संस्कृति-परंपरा पर अतिक्रमण कर रही है. हमलोग अपनी भाषा, संस्कृति, परंपरा की सुरक्षा के लिए अलग राज्य मांग रहे हैं. हमारी संवैधानिक मांग को दबाने के लिए बंगाल सरकार पुलिस का प्रयोग कर रही है जिसके कारण अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. मेजर गुरूंग ने तुरंत केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है. भूतपूर्व सैनिकों के अलावा भी दूसरे गोर्खालैंड समर्थकों ने शहर में विराट रैली निकाली.