सोमवार को तृणमूल कांग्रेस भवन में पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कि त्रिपुरा में पार्टी के पांच विधायकों के साथ तृणमूल कांग्रेस का अब कोई संबंध नहीं है. इन विधायकों ने पार्टी के नियमों का उल्लंघन किया है, इसलिए अब पार्टी इनके साथ कोई संपर्क नहीं रखना चाहती है.
उन्होंने कहा कि देश में गैर-भाजपा समर्थित पार्टियों को एकजुट करने के लिए पार्टी सुप्रिमो व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही पहल शुरू की है और उन्होंने सभी विरोधी पार्टियों को भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार के खिलाफ उतरने का आह्वान किया है. ऐसे में त्रिपुरा के पांच विधायकाें का विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन करना पार्टी के खिलाफ बगावत के समान है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है और सभी को पार्टी के नियम व निर्देशों का पालन करना ही होगा. इसे देखते हुए पार्टी ने पांचों विधायकों से अपना संपर्क तोड़ लिया है और विधाननगर के मेयर सव्यसाची दत्ता को त्रिपुरा में पार्टी का प्रभारी बनाया गया है.