कोलकाता: गार्डेनरिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसइ) द्वारा निर्मित फॉलो-ऑन वाटर जेट फास्ट अटैक क्रॉफ्ट्स तरासा गुरुवार को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया. इस युद्धपोत का नाम अंडमान के एक द्वीप तरासा के नाम पर रखा गया है. तरासा तीन वाटर जेट प्रोपल्सन सिस्टम से लैस है.
सुरक्षा के लिए इसमें स्वेदेशी सीआरएन-91 30 एमएम गन लगा हुआ है.. गुरुवार को एक कार्यक्रम में जीआरएसई के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर रियर एडमिरल वीके सक्सेना ने इस युद्धपोत के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कमोडोर प्रवीन कुमार को यह युद्धपोत सौंप दिया.
पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ स्टाफ ऑफिसर (टेक्निकल) रियर एडमिरल संदीप नैथानी ने इस युद्धपोत का निर्णायक निरीक्षण किया. इस मौके पर डायेरक्टर (शिपबिल्डिंग) नेवी कमोडोर रत्नाकर घोष, डायरेक्टर (फायनेंस) सरवजीत सिंह डोगरा, डायरेक्टर (पर्सनल) एके नंदा एवं जीआरएसई व भारतीय नौसेना के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.