हालांकि केंद्र सरकार ने सिनेमा के 100 रुपये से कम दाम वाले टिकट पर 18 प्रतिशत एवं 100 रुपये से अधिक दाम वाले टिकट पर 28 प्रतिशत जीएसटी कर लगाने का सिद्धांत लिया है. पर इस बदलाव से भी बांग्ला फिल्म उद्योग खुश नहीं है. अभिनेता प्रसनजीत का कहना है कि जीएसटी लागू होने पर केवल बांग्ला ही नहीं, पूरे क्षेत्रीय फिल्म उद्योग पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. क्षेत्रीय सिनेमा पर जीएसटी का सर्वाधिक स्लैब रखा गाय है, जो पूरी तरह दुर्भाग्यजनक है.
अगर सोना की तरह तीन प्रतिशत किया जाता तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. हमारे फिल्म उद्योग को नशीली सामग्रियों के बराबर क्यों किया जा रहा है. ऐसा होने पर काम बंद हो जायेगा. ममता सरकार भी जीएसटी के वर्तमान स्वरूप से संतुष्ट नहीं है आैर राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा पहले ही कह चुके हैं कि जीएसटी का यह स्वरूप हमें स्वीकार नहीं है.