राज्य के सभी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किये जाने की खबर को लेकर गोजमुमो पिछले कुछ दिनो से लगातार विरोध कार्यक्रम कर रहा है. इसी क्रम में बुधवार को भी शहर से करीब एक किलोमीटर दूर सरकारी महाविद्यालय के आगे से गोजमुमो ने विरोध रैली निकाली. रैली में विमल गुरुंग खुद उपस्थित थे. पारंपरिक वेशभूषा में आंदोलनकारियों ने माथे पर काली पट्टी बांध रखी थी और हाथों में काले झंडे ले रखे थे.
रैली शहर की परिक्रमा करते हुए गोरखा रंगमंच भवन पहुंची और जनसभा में बदल गयी. सभा को संबोधित करते हुए श्री गुरुंग ने कहा कि ममता बनर्जी ने साफ कहा था कि सभी स्कूलों में बांग्ला की पढ़ाई अनिवार्य की जायेगी. अब वह इससे मुकर रही हैं. ममता बनर्जी की बात का कोई भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को अनशन किया जायेगा. साथ ही घूम, बतासे आदि क्षेत्रों में विरोध रैली निकाली जायेगी. इसी तरह से शहर में टाउन कमिटी की ओर से और सिंहमारी आदि क्षेत्र से अलग-अलग विरोध रैली निकाली जायेगी. गोरखा रंगमंच भवन से लेकर राज भवन के थोड़ा आगे तक बैठकर अनशन किया जायेगा.
श्री गुरुंग ने कहा कि गुरुवार की कैबिनेट बैठक में बांग्ला भाषा को अनिवार्य नहीं करने और नेपाली भाषा पर अतिक्रमण नहीं करने का प्रस्ताव पारित होता है तो ठीक है, वरना उसी दिन आंदोलन के भावी कार्यक्रमों को घोषणा की जायेगी. सभा को अरुण छेत्री, संदीप छेत्री, दीपक शर्मा, ज्योति कुमार राई आदि ने संबोधित किया.