सागरद्वीप: यदि सबके हित का ध्यान रख भारत खुद को हिंदू राष्ट्र घोषित करे, तो मॉरीशस समेत विश्वभर के 15 देश भारत के इस निर्णय में साथ देते हुए खुद को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देंगे. यह भारत के विश्वगुरु बनने की ओर एक अहम कदम होगा. ये बातें गुरुवार को गंगासागर मेला (Gangasagar Mela) प्रांगण में जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने संवाददाता सम्मेलन में कहीं.
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में भी समीक्षा करने पर यह सिद्ध होता है कि भारत ने क्रांति और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मेधा शक्ति, रक्षा शक्ति व वाणिज्य शक्ति का सही इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को सबसे ऊपर रखकर यदि सरकार देशहित व विश्व हित में यह फैसला लेगी, तो सबका भला होगा.
राजनीतिक कार्यक्रम में कोरोना दब जाता है, धार्मिक समागम में बढ़ जाता है
शंकराचार्य से जब पूछा गया कि कोरोना महामारी के कारण सभी मेले बंद हो गये, लेकिन गंगासागर चल रहा है, तो उन्होंने कहा कि वह समझ नहीं पाते कि यह कैसी बीमारी है, जो राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान दब जाती है और जैसे ही किसी धार्मिक कार्यक्रम का आह्वान होता है. ये बढ़ जाती है.
सभी नदियों के मिलन का पवित्र स्थल है गंगासागर
उन्होंने बताया कि सभी कहते हैं सारे तीर्थ बार-बार, गंगासागर एक बार. लेकिन, उन्होंने सभी तीर्थ एक बार गंगासागर बार-बार किया है. वह गंगासागर मेला के 24वें कार्यक्रम में पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि सभी नदियों का जल गंगा से मिलता है और वह गंगा यहां सागर से आकर मिल जाती है. इसलिए इस संगम का महत्व बढ़ जाता है.
शुक्रवार की सुबह साढ़े 8 से 9 बजे के बीच शंकराचार्य करेंगे पुण्य स्नान
शंकराचार्य के अनुयायियों ने बताया है कि सुबह पुण्यकाल के दौरान करीब साढ़े आठ से नौ बजे के बीच जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती गंगासागर संगम में स्नान करेंगे.
Posted By: Mithilesh Jha