संवाददाता, कोलकाता
संदेशखाली में अवैध जमीन अधिग्रहण करने के मामले में ईडी ने शाहजहां शेख के भाई सिराजुद्दीन शेख को फिर से तलब किया है. शाहजहां के कई अन्य रिश्तेदारों और करीबी व्यापारियों को भी सीजीओ कॉम्प्लेक्स बुलाया गया था.
ईडी सूत्रों के मुताबिक, सिराज को पहले भी पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था. लेकिन वह ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे थे. ईडी दफ्तर नहीं आने का कारण भी वह नहीं बताये थे. सिर्फ ईडी ही नहीं, बल्कि इसके पहले उन्होंने सीबीआइ की नोटिस का भी जवाब नहीं दिया था. केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों के कॉल का जवाब नहीं दिया. इसके बाद उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. इस दिन सिर्फ सिराजुद्दीन ही नहीं, उसके परिजनों के साथ शाहजहां के करीबी कारोबारियों के साथ ही शाहजहां के साथ गिरफ्तार शिवप्रसाद (शिबू) हाजरा के करीबी को मिलाकर कुल 12 कारोबारियों को भी तलब किया गया है. शिबू को शाहजहां के दाहिना हाथ के रूप में जाना जाता है. संदेशखाली में जमीन पर जबरन कब्जा करने और दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने शिबू को भी गिरफ्तार किया था. केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, शाहजहां के बैंक रिकॉर्ड, जमीन के पट्टे से जुड़े दस्तावेज और करीबियों के बयान में सामने आनेवाले नाम के सभी कारोबारियों को तलब किया गया हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक, शाहजहां ने संदेशखाली के अंतर्गत सरबेरिया, धमाखाली समेत कई इलाकों में हजारों बीघे जमीन पट्टे पर ली थी. इस मामले की जांच में ऐसा करने में शाहजहां के करीबी सिराज और शिबू हाजरा का नाम सामने आया था.
शाहजहां के खिलाफ ईडी द्वारा दो ईसीआइआर (प्रवर्तन मामले की जांच रिपोर्ट) हैं. एक है राशन वितरण में भ्रष्टाचार और दूसरा अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करना और अवैध तरीके से मछली व्यवसाय से हुई आमदनी के करोड़ों रुपये विदेशों में भेजना है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, शाहजहां अपने रिश्तेदारों और करीबी कारोबारियों के नाम पर जमीन की लीज लेता था. हालांकि, इनमें कोई भी बहुत बड़ा व्यवसायी नहीं है. इन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
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