सांकतोड़िया : कार्यस्थल पर महिला सशक्तिकरण के लिए किए गये कार्यो के लिए इसीएल की विप्स शाखा को राष्ट्रीय स्तर पर लगातार चौथे वर्ष प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सोमवार को कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्र ने इस महत्वपूर्ण उपलिब्ध के लिए प्रत्येक कर्मी को बधाई दी.
गौरतलब है कि नागपुर में आयोजित समारोह में विप्स इसीएल की टीम ने बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ की न्यायमूर्ति वसंती नाइक के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया. यह पुरस्कार कंपनी को मिनी रत्न श्रेणी में दिया गया है.
इस अवसर पर कंपनी के कार्मिक निदेशक के एस पात्र ने कहा कि लोक उद्यमों में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने तथा उनका मनोबल ऊंचा रखने के उद्देश्य से 1990 में स्कोप के तहत विप्स (वूमैन इन पब्लिक सेक्टर) की स्थापना की गयी है. विप्स की स्थापना में कोल इंडिया लिमिटेड की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है. कंपनी भी अपनी महिला कर्मियों के हितों की रक्षा व विकास के लिए संवेदनशील रही है.
सदैव ऐसे प्रयास किये गये हैं कि कंपनी में हर स्तर पर कार्यरत महिला कर्मियों को लाभ मिला है. कंपनी में अधिकारी से लेकर श्रमिक वर्ग तक हर क्षेत्र में महिला कर्मी अपने पुरु ष कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कंपनी के उज्ज्वल भविष्य के लिए कार्य कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि खदान क्षेत्रों में महिलाएं कई ऐसे काम कर रही हैं, जिन पर पहले सिर्फ पुरु षों का वर्चस्व होता था. कंपनी में ऐसी कई योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से महिलाओं को गैर-परंपरागत कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. महिलाओं की साक्षरता के लिए भी विभिन्न योजनाएं संचालित हो रही हैं. विशेष अवसरों पर महिला कर्मियों को खासतौर पर पुरस्कृत किया जाता है. उन्होंने कंपनी की हर महिला कर्मी से विप्स की सदस्यता ग्रहण करने की अपील की ताकि कंपनी की कोई भी महिला कर्मी विप्स के माध्सम से मिलने वाले लाभों से वंचित न रह जाये.