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साइवर क्राइम सेल में मेयर ने की प्राथमिकी
मोहर्रम और दुर्गापूजा को लेकर सोशल मीडिया फेसबुक में किये गये पोस्ट से शहर व महकमा का राजनीतिक व सांप्रदायिक तापमान एकबारगी तेज हो गया. मेयर व उपमेयर के फोटो के साथ मेयर को कोट कर कमेंट्स है, जिसमें कहा गया है कि सीएम के आदेश की धज्जियां मेयर ने उड़ा दी है. मनाही के […]
मोहर्रम और दुर्गापूजा को लेकर सोशल मीडिया फेसबुक में किये गये पोस्ट से शहर व महकमा का राजनीतिक व सांप्रदायिक तापमान एकबारगी तेज हो गया. मेयर व उपमेयर के फोटो के साथ मेयर को कोट कर कमेंट्स है, जिसमें कहा गया है कि सीएम के आदेश की धज्जियां मेयर ने उड़ा दी है. मनाही के बाद भी मोहर्रम को ही दुर्गा प्रतिमा विसजर्न होगा. मेयर ने प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
आसनसोल. सोशल मीडिया फेसबुक में माध्यम से आसनसोल शहर में मेयर जितेन्द्र तिवारी और उप मेयर तब्बसुम आरा के फोटो का उपयोग कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने व राजनीतिक विवाद फैलाने की कोशिश की गयी. इसे गंभीरता से लेते हुए मेयर जितेन्द्र तिवारी ने आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमीश्नरेट के साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक के समक्ष प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने इस मामले में आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया है. पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा ने कहा कि शिकायत मिली है. जांच की जा रही है. इधर उपमेयर सुश्री आरा ने इसे शरारती तत्वों का कार्य बताते हुए इसे नगर निगम की छवि बिगाड़ने का प्रयास किया है.
क्या है पूरा मामला
बीते 10 सितंबर को 23.05 बजे शंभू शुक्ला के नाम से फेसबुक पर सूचना पोस्ट की गयी. इसमें छह माह पहले कुल्टी में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में शामिल मेयर श्री तिवारी व उपमेयर सुश्री आरा की तस्वीर लगायी गयी है. इस तस्वीर के उपर बांग्ला भाषा में सूचना लिखी गयी है.
इसमें लिखा गया है- ‘ममता बनर्जीर फतवा के बूडो आंगुल देखालेन आसनसोल मेयर जितेन्द्र तिवारी, आसनसोल मुहरमेर दिनेय दुर्गा प्रतिमा विसजर्न होवे (ममता बनर्जी के आदेश को ताक पर रखा असनसोल के मेयर जितेन्द्र तिवारी ने, असनसोल में मुहर्रम के दिन ही होगी दुर्गा प्रतिमा का विसजर्न). इस पोस्ट के सामने आते ही सोशल मीडिया पर हंगामा शुरू हो गया. विभिन्न तरह के कमेंट्स सामने आने लगे. स्थिति तनावपूर्ण होने लगी तथा इसके विभिन्न मायने निकाले जाने लगे.
क्या है इसके परिप्रेक्ष्य
पिछले वर्ष दुर्गापूजा के दौरान महावीरी अखाड़ा को लेकर आसनसोल व बर्नपुर में काफी हंगामा हुआ था. महावीरी अखाड़ा की शाम ही मुहर्रम का पहला अखाड़ा निकलना था. राज्य सरकार ने मुहर्रम के मद्देनजर महावीरी अखाड़ा निकालने पर रोक लगा दी थी. इसको लेकर पूरे महकमा इलाके में दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया था. तत्कालीन पुलिस आयुक्त अजय नंद ने रवींद्र भवन में दोनों पक्षों की बैठक बुलायी. लेकिन विवाद का समाधान नहीं हुआ.
आखिरकार तृणमूल के नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पूरी स्थिति से अवगत कराया. स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने दोपहर एक बजे तक महावीरी अखाड़ा निकालने की विशेष अनुमति पुलिस आयुक्त श्री नंद को दी. इसके बाद भी बर्नपुर में तो महावीरी अखाड़े निकले लेकिन आसनसोल शहर में अखाड़े नहीं निकले. इसको लेकर पूरे वर्ष तनाव बना रहा. इसके राजनीतिक परिणाम भी निकले.
इस वर्ष भी दोनों अखाड़े एक दिन
इस वर्ष भी दुर्गापूजा के दौरान दुर्गापूजा प्रतिमा विसजर्न व मोहर्रम अखाड़ा एक ही दिन हो रहे हैं.मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि 11 अक्तूबर की संध्या चार बजे तक ही दुर्गापूजा प्रतिमाओं का विसजर्न किया जा सकेगा. इसके बाद मोहर्रम के अखाड़े निकलेंगे. 12 अक्तूबर को दुर्गा प्रतिमाओं का विसजर्न नहीं होगा. 13 अक्तूबर की सुबह से दुर्गा प्रतिमाओं का विसजर्न शुरू हो जायेगा. इस निर्णय के आलोक में सभी थाना पुलिस ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी है. दुर्गापूजा कमेटियों व महावीरी अखाड़ों से एकल स्तर पर बैठक हो रही है. कमीश्नरेट स्तर पर इस दिशा में कोई पहल नहीं हुयी है. शांति कमेटियों की बैठक में आपसी सौहार्द पर पूरा जोर दिया जा रहा है.
इस पोस्ट ने बढ़ाया तनाव
इस पोस्ट के आते ही पुराना घाव नये सिरे से हरा हो गया. हर पक्ष ने इसे अपने-अपने स्तर से समीक्षा करना शुरू कर दिया. तरह-तरह के कमेंट्स होने लगे हैं. तनाव गहराने लगा है. स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए मेयर श्री तिवारी ने इसे गंभीरता से लिया तथा इसकी शिकायत साइबर क्राइम सेल में की. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से नगर निगम का कुछ लेना देना ही नहीं है. बेवजह इससे भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश हो रही है.
उपमेयर सुश्री आरा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आसनसोल में कुछ शरारती तथा समाज विरोधी तत्वों ने यह हरकत की है. वे नगर निगम प्रशासन के अच्छे कार्यो को देख कर पीड़ित हो रहे हैं. उन्होंने पार्टी के लोगों के सामने मेयर और उपमेयर की छवि खराब करने के उद्देश्य से यह कार्य किया है.
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे तथा मेयर और उपमेयर के फोटो के साथ प्रचारित हो रहे संदेश में किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है. सामने बकरीद और दुर्गापूजा है. कुछ लोग साजिश के तहत तनाव बढ़ा रहे हैं. मनगढंत, बेबुनियाद, भ्रामक संदेश है. जिसमें कोई सच्चाई नहीं है. जो भी कार्य या आदेश मेयर जारी करते हैं वह राज्य सरकार के आदेश से होता है. त्योहार के मौके पर कुछ लोग विवाद पैदा करना चाहते हैं.
किसी ने किया उनके मोबाइल फोन का दुरुपयोग
इस मामले में आरोपी शंभू शुक्ला का कहना है कि इस पोस्ट में उनकी कोई भूमिका नहीं है. उनके कार्यस्थल पर बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है. कभी-कभी आवश्यक होने पर उनके मोबाइल फोन का भी उपयोग करते हैं. किसी शरारती तत्व ने उनके मोबाइल फोन का दुरुपयोग किया है. उन्होंने पूरे मामले की जांच की है. उक्त पोस्ट सब्यसाची भट्टाचार्या ने नौ सितंबर को पोस्ट किया है. उसने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फोटो के साथ भी छेड़छाड़ की है. उसके प्रोफाइल में उसका पता बांकुड़ालिखा गया है. वह खुद को अजरुन के नाम से प्रचारित करता है. उसके कई मित्रों में भाजपा के वरीय नेता शामिल हैं.
उसने खुद को हिन्दू राष्ट्र के लिए सक्रिय बताया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक के लिए कार्य करता है. आइटीआइ (दुर्गापुर) से उसने शिक्षा हासिल की है. बर्दवान विश्वविद्यालय का छात्र रहा है तथा कोलकाता में रहता है. उन्होंने कहा कि मेयर श्री तिवारी की दर्ज प्राथमिकी के मामले में वे अपने अधिवक्ता से बात करेंगे. इसके बाद वे अगली रणनीति तय करेंगे.
क्या लिखा है शिकायत में
प्राथमिकी में श्री तिवारी ने लिखा है कि सूचित करना है कि फेसबुक पर शंभू शुक्ला ने 10 सितंबर को पोस्ट किया है. उन्होंने उपरोक्त कथन का उल्लेख किया है. इस पोस्ट में उनके व उपमेयर सुश्री आरा के फोटो को जोड़ा गया है. इस फोटो पर पोस्ट में लिखी गयी बातों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है.
साथ ही आसनसोल नगर निगम के मेयर व उपमेयर की छवि भी घूमिल हुयी है. इस पोस्ट के पीछे मूल मकसद सांप्रदायिक तनाव पैदा करना है ताकि आसनसोल शहर में व्याप्त सांप्रदायिक सौहार्द को नष्ट किया जा सके. उन्होंने आग्रह किया है कि इसकी प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच करें तथा इस तरह के अपराध से जुड़े नियमों के तहत कार्रवाई करें.
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