बर्नपुर : आईएसपी के ब्लॉस्ट फर्नेस कल्याणी ने अपने उत्पादन के छठे वर्ष में 10 फरवरी को दस मिलयन टन हॉट मेटल के उत्पादन के आंकड़े को पार कर लिया. सनद रहे कि यह 18 जनवरी को 340 केजी / टीएचएम की न्यूनतम दैनिक कोक दर और इस वर्ष 1 जनवरी को 161 किलोग्राम / टीएचएम का उच्चतम दैनिक सीडीआई की तकनीकी व आर्थिक मापदंडों पर उत्कृष्ट उत्पादन लक्ष्य भी हासिल किया.
इस अवसर पर कर्मचारियों को बधाई देते हुए सीईओ एवी कमलाकर ने कहा कि आईएसपी ने उत्कृष्टता की तलाश में एक बड़ा मील का पत्थर पार कर लिया है.
जो कि उत्पादों के लिए एक प्रमुख बाजार हिस्सेदारी स्थापित करने और ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के बारे में बहुत सकारात्मक है. वर्क ईडी (वर्क्स) अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि इसे टीम के एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा. विभिन्न विभागों के लगातार प्रयासों की सराहना की.
जिन्होंने इसे "सफल" बनाने में योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि फर्नेस से उत्पादन लगातार बढ़ रहा है. सीजीएम (ब्लास्ट फर्नेस) आरआर नागरे ने कहा कि फर्नेस के तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार और हॉट मेटल उत्पादन की लागत को कम करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीते 30 दिसंबर 2014 को फर्नेस “ब्लो-इन” हुयी थी.
इसमें 4160 क्यूबिक मीटर की उपयोगी मात्रा थी. वर्ष 2020 साल में पल्वराइड कोल इंजेक्शन, कच्चा धुंआ घर निष्कर्षण, कच्चा दानेदार लावाघर बनाना, उच्च दबाव टरबाइन, जुड़वां सामग्री बिन घंटी, कचरे के साथ मिलकर उच्च शीर्ष दबाव ऑपरेशन जैसी प्रणालियों से लैस हो चुका है. हीट रिकवरी और कन्वेयर बेल्ट चार्जिंग सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल भट्ठी न्यूनतम उत्सर्जन सुनिश्चित करती है और अपशिष्ट ऊर्जा को पूर्ण रूप से पुन: प्राप्त करती है. इसमें एक बंद लूप शीतलन प्रणाली के परिणामस्वरूप लगभग शून्य जल निर्वहन होता है.